इस प्रोजेक्ट के बारे में बात करते हुए खेतरपाल ने कहा, ‘यह एक साहसी महिला की प्रेरणादायक कहानी है। दुर्गा शक्ति ने आदर्शवाद और धार्मिकता के मार्ग पर चलते हुए धैर्य और साहस दिखाया। इस कहानी के साथ हम दर्शकों को इस आदर्श नायक से अवगत कराना चाहते हैं। उनको कैसे नैतिकता के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।’ ग्रेवाल ने कहा, ‘इस रियल हीरो की कहानी को बड़े पर्दे पर आना मेरे लिए सम्मान की बात है।’
24 साल की उम्र में दुर्गा आईएएस अधिकारी बनीं। वह 2013 में तब सुर्खियों में आईं जब उन्होंने उत्तर प्रदेश में अवैध रेत माफिया के खिलाफ लड़ाई लड़ी, जिसके कारण राजनीतिक संघर्ष में फंस गई।