दरअसल, एक इंटरव्यू में फातिमा से इस मुद्दे पर राय मांगी गई थी। जवाब में उन्होंने कहा कि वे इस पर कुछ भी नहीं बोलना चाहती हैं। उनके मुताबिक, वे खुद भी सेक्शुअल हैरेसमेंट का शिकार हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि वह अपनी लाइफ से जुड़ा हुआ इस तरह का कोई वाक्या पब्लिकली शेयर नहीं करना चाहतीं। वह खुद उस चीज को डील कर रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यौन शोषण आज इस हद तक सामान्य हो गया है कि महिलाएं इसे अपने जीवन में आसानी से बिना खुद की गलती के उसे स्वीकार कर लेती हैं।
फातिमा ने इसी इंटरव्यू में आगे कहा कि उन्होंने इस बारे अपने करीबियों को बता दिया है और उनसे डिस्कस भी किया। फातिमा का कहना है कि वे किसी की भी ऐसी डरावनी कहानियों को जज नहीं करना चाहती हैं। फातिमा ने कहा कि ‘मीटू’ मूवमेंट जैसी प्लेटफॉर्म के जरिए अब महिलांए खुलकर अपनी बात सभी के सामने बेबाकी से रखती हैं। ये बहुत ही अच्छी पहल है। ‘मीटू’ मूवमेंट के बाद अब स्थिति ऐसी हो गई है कि यौन शोषण करने वाले पब्लिकली और इंडस्ट्री द्वारा शर्मिंदा होने से डरने लगे हैं।