सुनील ने बताया कि ‘जब भी कोई मुझसे पूछता है, मेरा हीरो कौन है? मैं हमेशा कहता हूं कि यह मेरे पिता हैं। मुझे अपने पिता पर गर्व है। वो जब महज 9 साल के थे तब वो मुंबई आ गए और उन्होंने सफाईकर्मी का काम किया। उन्होंने बताया कि उनके पिता को उनके काम पर कभी शर्म नहीं आई और उन्होंने मुझे भी यही सिखाया।
उन्हीं होटलों को खरीद लिया
दिलचस्प बात यह है कि वो जिन होटलों में सफाई करते थे, वो वहां पहले प्रबंधक बने। इसके बाद उन्होंने उन होटलों को खरीदा और मालिक बन गए। उन्होंने मुझे हमेशा सिखाया कि तुम जो करते हो उस पर गर्व करो और पूरे दिल से करो।
वहीं, करिश्मा ने बताया कि ‘जब हम साथ काम कर रहे थे तो मुझे सुनील के पिता से मिलने का सम्मान मिला है। वह हमारी शूटिंग पर आते थे और गर्व से अपने बेटे को काम करते देखते थे। वह वास्तव में बहुत प्यारे इंसान थे।
यह भी पढ़ें