मुलायम सिंह की जर्नी ने प्रभावित किया सुवेंदू ने बताया,’बहुत सारी कहानियां थीं, लेकिन कोई भी स्टोरी फिल्म बनाने के लिए परफेक्ट नहीं लग रही थी। इसी दौरान मैंने मुलायम सिंह यादव पर एक डॉक्यूमेंट्री देखी। मैं उनसे काफी प्रभावित हुआ। कैसे एक किसान का लड़का पहले दंगल करता था और बाद में राजनीति में आया। एक किसान के बेटे का राजनीति में आना बड़ी बात थी। दंगल से राजनीति तक के उनके सफर ने मुझे प्रभावित किया और मैंने उनकी बायोपिक बनाने का फैसला लिया।’
फिल्म में राजनीति नहीं दिखाई सुवेंदू ने कंट्रोवर्सी के डर को लेकर कहा, ‘मैंने इस फिल्म में राजनीति नहीं दिखाई है। मैंने एक लड़के की जर्नी को दिखाया है। इसका पॉलिटिक्स से कोई नाता नहीं है। मुलायम सिंह कुश्ती के साथ पढ़ाई में भी बहुत अच्छे रहे हैंं और फिर उनके जुनून ने राजनीति में भी उनका कद बढ़ाया। इस सफर को दिखाया गया है। इसलिए मुझे कंट्रोवर्सी का कोई डर नहीं है।’
‘आम लोगों की तरह मिला’ बायोपिक बनाने से पहले मैं फिल्म के प्रोड्यूसर के साथ मुलायम सिंह से मिलने गया था। वे पार्टी आॅफिस में थे। उनसे मिलने के लिए हम भी आम लोगों की तरह लाइन में लगे। जब उनको बायोपिक बनाने के बारे में हमने बताया तो उन्होंने आर्शीवाद दिया। हालांकि उनसे ज्यादा बात नहीं हो पाई क्योकि उनकी तबियत खराब थी।’
यह बड़े पर्दे की फिल्म है सुवेंदू ने कहा कि वैसे तो यह फिल्म बड़े पर्दे की ही है, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए यह मुमकिन नहीं लग रहा है। हमें इसे ओटीटी पर ही रिलीज करनी पड़ेगी।’ सुवेंदू इसके अलावा एक और प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, जिसका नाम ‘सुरूर’ है। इसमें आशुतोष राणा, लारा दत्ता जैसे स्टार्स हैं। हालांकि अभी पूरी स्टारकास्ट फाइनल नहीं हुई है।
अन्य राजनेताओं की बायोपिक इससे पहले भी कई राजनेताओं की बायोपिक बन चुकी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बायोपिक बनी थीं, जिसका नाम ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ था। इसके साथ ही पीएम नरेन्द्र मोदी पर भी बायोपिक बन चुकी है, जिसमें विवेक ओबेरॉय लीड रोल में थे। आगामी दिनों में तमिलनाडू की पूर्व सीएम जयललिता पर भी फिल्म बन रही है, जिसमें कंगना रनोत लीड में हैं। फिल्म का नाम ‘थलाईवी’ है।