एक इंटरव्यू के दौरान सनी ने फिल्म ‘घायल’ की यादें ताजा कीं। उन्होंने बताया कि राज निर्देशक के रूप में शुरुआत करने वाले थे। उन्होंने मुझे कहानी सुनाई, मुझे कहानी पसंद आई और मैंने उसे बनाने का वादा किया। जाहिर है, राज एक नए निर्देशक थे, इसलिए निर्माता खोजना एक टास्क था। हम कई निर्माताओं के पास गए, सभी ने कहा ये पिक्चर मत बनाओ, नहीं चलेगी। आखिरकार, मैं अपने पिता के पास गया। अभिनेता ने आगे कहा, मेरे पिता को कहानी अच्छी लगी और उन्होंने फिल्म बनाने का फैसला किया। पापा ने हम पर विश्वास दिखाया और हमने कड़ी मेहनत की।
फिल्म रिलीज के पहले स्क्रीनिंग के दिन को याद करके हंसते हुए सनी ने बताया, स्क्रीनिंग के समय मैं और राज बहुत घबराए थे। जब लोग स्क्रीनिंग से बाहर निकलने लगे और हमसे मिलने आने वाले थे मैंने राज से कहा ठीक है, अब बन गया है, बदल तो नहीं सकते। फेल हो गए तो आगे से ऐसी फिल्म नहीं बनाएंगे और क्या। हालांकि यह फिल्म बहुत बड़ी हिट रही और उस साल बॉक्स ऑफिस पर सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बनी। ‘*घायल में सनी के साथ मीनाक्षी शेषाद्री, राज बब्बर, मौसमी चटर्जी और अमरीश पुरी थे। बाद में सनी और निर्देशक संतोषी ने कई फिल्मों में साथ काम किया, जिसमें ‘दामिनी’ और ‘घातक’ भी शामिल हैं।