महिलाएं चलाती हैं घर
ईशा देओल का कहना है कि उनका घर महिलाएं चलाती हैं। एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में उन्होंने ये खुलासे किए हैं। उन्होंने कहा कि वह अपनी आंटी और मां जय चक्रवर्ती के बीच ही बड़ी हुई हैं। उस वक्त उनके घर पर ‘पीरियड्स’ जैसे टॉपिक्स पर खुलकर बात नहीं होती थी। उन्होंने यह भी बताया कि “पीरियड्स के दौरान हमें मंदिर में जाकर प्रार्थना करने की इजाजत नहीं मिलती थी।”बाल धुलने के बाद ही मंदिर में मिलती थी एंट्री
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ईशा कहती हैं कि पीरियड्स के खत्म होने के बाद हेयर वाश करने के बाद ही पूजा करने की इजाजत मिलती थी। कहने को तो यह एक रूढ़िवादी तरीका है लेकिन मैं इसका पालन करती हूं। अगर आप जिस घर में रहते हैं अगर उसका यह हिस्सा है तो मैं इसका पालन और सम्मान करूंगी। भारत में आज भी कई घरों में इस परंपरा का पालन होता है। यह भी पढ़ें