Aamir Khan के बेटे Azad को मिला Harry Potter का खिताब, यूजर्स बोले – ‘जादू की छड़ी कहां है?’
चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने बताया कि ‘इस फिल्म की कहानी को 18 साल पहले लिखा गया था’. साथ ही उन्होंने एक बड़ा राज खोलते हुए बताया कि ‘इस फिल्म की कहानी सनी देओल (Sunny Deol) के लिए लिखी गई थी और वो इस फिल्म को प्रड्यूस भी करने वाले थे, लेकिन तब मार्केट ने उन्हें कोई खास स्पोर्ट नहीं दिया’. चंद्रप्रकाश द्विवेदी बताते है कि ‘मुझे बहुत अच्छा लगता अगर इतिहासकार इस फिल्म पर सवाल उठाते या अपनी कहानी कहते. अब क्योंकि आप मेरे हिसाब से कहानी नहीं सुनना चाहते और इसलिए इसे सिरे से खारिज कर रहे हैं, ये सरासर गलत है’.
चंद्रप्रकाश द्विवेदी आगे कहते हैं कि ‘इतिहास इस तरह से काम नहीं करता. इतिहासकारों को अपनी बहस सिनेमाघर के बाहर करनी चाहिए। उनहें पहले फिल्म देखनी चाहिए। इसे धर्म और राजनीति से परे रखना चाहिए। यह फिल्म सिर्फ पृथ्वीराज के पराक्रम के बारे में नहीं है’. साथ ही इस फिल्म के रिव्यूज और रिएक्शन के बारे में बात करते हुए चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि ‘दर्शकों के मूड और उनकी परेशानी को समझने में वे नाकाम रहे हैं, जो अच्छी बात नहीं है, हमने इतिहास के तथ्यों से कोई छेड़छाड़ नहीं की. हम अपनी इस जिम्मेदारी को बखूबी समझते हैं’.