गुरुवार को दिलजीत ने कंगना के ट्वीट को लेकर जवाब दिया था। उन्होंने जो भी ट्वीट किया था वो पंजाबी में थे। जिसके बाद कई यूजर्स ने मीम्स बना दिए थे कि कंगना को इस पंजाबी को समझने के लिए गूगल करना पड़ेगा। दिलजीत ने ये भी लिख दिया था कि उनकी पंजाबी समझने के लिए गूगल का प्रयोग करें। हालांकि अब दिलजीत ने सिंधु बॉर्डर से किसानों से बात करते हुए हिंदी में संबोधित किया। दिलजीत ने कहा कि हिंदी में भी बोल रहा हूं जिससे बाद में गूगल ना करना पड़े। दिलजीत के ऐसा बोलते ही वहां मौजद सभी लोग जोर-जोर से हंसने लगे।
दिलजीत ने कहा कि ट्विटर पर चीजों को घुमाया जाता है लेकिन मुद्दों को ना भटकाया जाए। हाथ जोड़कर सभी से निवेदन करता हूं, सरकार से भी गुजारिश है कि हमारे किसान भाइयों की मांगों को मान लें। यहां सब शांतिपूर्ण तरीके से बैठे हैं कोई खून-खराबा नहीं हो रहा है। आप सभी को सलाम, किसानों ने एक नया इतिहास रचा है। ये वाक्या आने वाली पीढ़ियों को सुनाया जाएगा। बता दें कि दिलजीत ने किसानों की मदद करते हुए 1 करोड़ रुपए दान किए थे ताकि उन्हें ठंड में कंबल बांटे जा सके।