अमिताभ बच्चन का शुरुआती करियर कुछ खास नहीं रहा था। उनकी कई फिल्में लगातार फ्लॉप हुई थीं। लेकिन उनके करियर के लिए वरदान की तरह साबित हुई फिल्म शोले। इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन ने धर्मेंद्र से कहकर अपनी सिफारिश की थी। जिसके बाद धर्मेंद्र ने उनका नाम डायरेक्टर रमेश सिप्पी को सुझाया था। इस बारे में खुद अमिताभ बच्चन कई बार बता चुके हैं।
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एक बार अमिताभ बच्चन ने बताया, ‘मैं सलीम-जावेद साहब के साथ ‘ज़ंजीर’ में काम कर चुका था। वो फिल्म हाल ही में रिलीज हुई थी। जब उन्होंने मुझे शोले की कहानी सुनाई तो वो मुझे बहुत पसंद आई थी। उन्होंने जाकर मेरे लिए थोड़ी पैरवी की। लेकिन उस वक्त डायरेक्टर रमेश सिप्पी जी मेरे काम से बहुत ज्यादा वाकिफ नहीं थे। उन्होंने रमेश जी को मेरी फिल्म दिखाई। इसके बाद उन्हें लगा कि ठीक है मैं ले लेता हूं। हालांकि, इसके बावजूद मुझे बीच में ऐसा लगा कि शायद रमेश जी मुझे फिल्म में ले या न लें तो। ऐसे में मैं धरम जी के घर पहुंच गया था।’ यह भी पढ़ें
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अमिताभ बच्चन आगे बताते हैं, ‘उनके घर पहुंचकर मैंने उनसे कहा कि मैं फिल्म में काम करना चाहता हूं इसलिए अगर आप उनसे मेरी सिफारिश कर देंगे तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा। मैंने जब पहली बार फिल्म की कहानी सुनी तो मैं गब्बर का रोल करना चाहता था। बाकी लोग भी चाहते थे कि मैं उसी किरादर को करूं। लेकिन फिल्म के डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने कहा कि नहीं आपको गब्बर का रोल नहीं निभाना है। आपको दूसरा किरदार दिया जाएगा। अमजद खान साहब जब पहली बार सेट पर पहुंचे तो मुझे बहुत पसंद आए। कई लोगों ने कहा कि उनकी आवाज थोड़ी ठीक नहीं थी, लेकिन ऐसा नहीं है।’ बता दें कि शोले फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी। फिल्म की कहानी, गाने, किरदार सभी को काफी पसंद किया गया था। अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र ने फिल्म में जय वीरू का किरदार निभाया। उनके किरदारों ने लोगों को दोस्ती का नया आयाम दिया। आज भी ये फिल्म लोगों की पसंदीदा फिल्म है।