बता दें कि धर्मेंद्र का दूर-दूर तक फिल्म इंडस्ट्री से कोई ताल्लुक नहीं था। न ही उन्हें एक्टिंग की समझ थी और न ही बॉलीवुड की। ऐसे में मीना कुमारी ही वो एक मात्र सहारा थी जिन्होंने धर्मेंद्र को इन सभी हुनर से नवाजा।
मीना कुमारी अपने वक्त की टॉप की एक्ट्रेस हुआ करती थीं। उनके आगे इंडस्ट्री के बड़े-बड़े स्टार फीके पड़ जाते थे। मीना कुमारी ने धर्मेंद्र को फ़िल्म, ‘फूल और पत्थर’ के दौरान नोटिस किया था। ऐसे में मीना कुमारी ने ही उन्हें फ़िल्म इंडस्ट्री के सलीके बताए और उन्हें आगे बढ़ने में मदद की। बस शायद यही वह वक्त था जब मीना कुमारी धर्मेंद्र को पसंद करने लगी थी और धर्मेंद्र तो औरों की तरह उन्हें रिस्पेक्ट देते थे। फिल्मों की शूटिंग के दौरान वो धर्मेंद्र को काम करने का तरीका बताती थीं। धीरे-धीरे फिल्मों का गुण धर्मेंद्र के अंदर भी आ गया।
वहीं दूसरी ओर यहीं वह वक्त था जब मीना कुमारी के खुद की पर्सनल लाइफ के रिश्ते ठीक नहीं चल रहे थे। ऐसे में मीना कुमारी धर्मेंद्र के करीब आने लगीं, लेकिन काम के चलते धर्मेंद्र के उतना वक्त नहीं था कि वे मीना कुमारी को दे पाते। इसके चलते मीना कुमारी गम की ओर बढ़ती गईं। बता दें कि मीना कुमारी को शराब की आदत थी और पति से रिश्ते खराब होने के बाद धर्मेंद्र भी उनकी शराब की लत के बड़े कारण बन गए। वहीं धर्मेंद्र के लिए भी मीना कुमारी से रिश्ता खास था। आए दिन उनका नाम मीना कुमारी के साथ जोड़ा जाता था। यहीं नहीं मीना कुमारी के अंतिम दिनों तक धर्मेंद्र का उनके घर आना जाना था, जिससे ये साफ जाहिर था कि वे भी उन्हें लेकर काफी सीरियस थे।
एक इंटरव्यू के दौरान जब धर्मेंद्र से मीना कुमारी को लेकर सवाल किया गया कि क्या मीना कुमारी आपकी पहली महोब्बत थी तो उन्होंने कहा था कि ‘नहीं, मोहब्बत नहीं, मैं बहुत बड़ा फैन था उनका। एक फैन होने के नाते मैं उनको देखता रहता था। अगर फैन और स्टार के रिलेशन को मोहब्बत कहते हैं तो उसे मोहब्बत समझिए।’