फिल्म की कहानी
‘दबंग 3’ की शुरुआत एक्शन और कॉमिक अंदाज में होती है, जहां चुलबुल पांडे (सलमान खान) एक शादी में लूटे गए सोने के गहनों को गुंडों से बचाकर उसे वापस दिलवाता है। इस केस को सुलझाते हुए चुलबुल का सामना खुंखार माफिया सरगना बाली (सुदीप किच्चा) से होता है, जहां चुलबुल को अतीत के अपने वे तमाम घाव याद आ जाते हैं, जो अभी भी हरे हैं। बाली ही वह दरिंदा था, जिसने पास्ट में चुलबुल से सबकुछ छीन लिया था। अब जबकि बाली एक बार फिर चुलबुल की जिंदगी में तबाही लाना चाहता है, तो चुलबुल के लिए जरूरी हो जाता है कि वह अपनी वर्दी के फर्ज के साथ-साथ परिवार की भी रक्षा करे।
इसके बाद कहानी पास्ट में जाती है जब पत्नी रज्जो (सोनाक्षी सिन्हा) से मिलने से पहले चुलबुल खुशी (सई मांजरेकर) से मोहब्बत करता था। असल में चुलबुल की मां (डिंपल कपाडिया) ने खुशी को चुलबुल के भाई मक्खी (अरबाज खान) के लिए पसंद किया था, मगर मक्खी को शादी करने में कोई रुचि नहीं थी, तो चुलबुल और दहेज परंपरा के खिलाफ जाकर अपनी मंगेतर खुशी को डॉक्टर बनाने के लिए कटिबद्ध है, मगर तभी उनके प्यार पर ग्रहण लग जाता है। बाली की नजर खुशी पर पड़ती है और वह खुशी को पाने के लिए उतावला हो जाता है। अब इसके बाद ही कहानी का असली ट्विस्ट शुरू होता है, जिसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
पत्रिका रिव्यू
सलमान का दबंग अंदाज एक बार फिर धमाकेदार रहा
सई मंजरेकर की एक्टिंग शानदार रही
फिल्म में जबरदस्त एक्शन सीन्स देखने को मिले।
क्लाइमेक्स सीन जोरदार रहा।
कुल मिलाकर पत्रिका एंटरटेंमेंट की ओर से इस फिल्म को 5 में से 3 स्टार्स दिए जाते हैं। हालांकि बॅाक्स ऑफिस पर फिल्म कितनी कमाई करती है, यह तो वक्त आने पर ही पता चलेगा।