इतना ही नहीं इस बार आमिर खान के साथ-साथ एक्ट्रेस तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) का भी नाम सामने आ रहा है। सामने आ ही खबरों की माने तो, कोर्ट में इन दोनों सितारों की फिल्मों ‘लाल सिंह चड्ढा’ और ‘शाबाश मिठू’ पर दिव्यांगजनों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया गया है।
खबरों की माने तो 70 प्रतिशत लोकोमोटर डिसेबिलिटी से ग्रसित डॉक्टर्स के सह-संस्थापक डॉ सतेंद्र सिंह ने कोर्ट में दोनों फिल्मों पर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई है। डॉ. सतेंद्र सिंह का आरोप है कि ‘लाल सिंह चड्ढा’ और ‘शाबाश मिथु’ की कहानी विकलांग लोगों का मजाक उड़ा रही है। साथ ही उन्होंने कोर्ट द्वारा जारी नोटिस की एक कॉपी भी साझा की है।
हालांकि, अभी इन आरोपों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। डॉ. सतेंद्र द्वारा साझा किए गए नोटिस में लिखा है कि ‘कोर्ट ने ‘लाल सिंह चड्ढा’ और ‘शाबाश मिठू’ के खिलाफ दर्ज शिकायत में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) और केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के निदेशकों से जवाब मांगा है।
साथ ही इस मामले में डॉ. सतेंद्र सिंह का कहना है कि ‘इन दोनों ही फिल्मों में विकलांग लोगों के अधिकार अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है। इन अनुसार ये दोनों ही फिल्में विकलांग लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करती हैं। बता दें कि इससे पहले ‘लाल सिंह चड्ढा’ के खिलाफ एक जनहित याचिका दायर करते हुए फिल्म को बंगाल में बैन की मांग की गई है।
खबरों की माने तो 70 प्रतिशत लोकोमोटर डिसेबिलिटी से ग्रसित डॉक्टर्स के सह-संस्थापक डॉ सतेंद्र सिंह ने कोर्ट में दोनों फिल्मों पर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई है। डॉ. सतेंद्र सिंह का आरोप है कि ‘लाल सिंह चड्ढा’ और ‘शाबाश मिथु’ की कहानी विकलांग लोगों का मजाक उड़ा रही है। साथ ही उन्होंने कोर्ट द्वारा जारी नोटिस की एक कॉपी भी साझा की है।
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साथ ही इस मामले में डॉ. सतेंद्र सिंह का कहना है कि ‘इन दोनों ही फिल्मों में विकलांग लोगों के अधिकार अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है। इन अनुसार ये दोनों ही फिल्में विकलांग लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करती हैं। बता दें कि इससे पहले ‘लाल सिंह चड्ढा’ के खिलाफ एक जनहित याचिका दायर करते हुए फिल्म को बंगाल में बैन की मांग की गई है।
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