भारती एक गरीब परिवार ( Bharti Belong To Poor Family ) से ताल्लुक रखती थी। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि वह गरीबी की भट्टी में पकी हैं। उन्होंने अपनी जिंदगी में बहुत काम किया है लेकिन जो काम उनकी मां ने किया है। उसे वह हमेशा याद करती हैं। उन्होंने बताया कि उनकी मां ( Bharti’s Mother ) घर का खर्च पूरा करने के लिए दूसरों के घरों में खाना बनाने जाया करती थीं। अक्सर भारती भी अपनी मां के साथ जाती थीं। वह जब लोगों के घरों में जाती और उनके किचन और फ्रिज में रखी खाने की चीजों को देखती तो सोचती कि उनके घर में कब यह सब होगा।
दो साल की उम्र में ही भारती के पिता का देहांत ( Her father died at the age of two ) हो गया था। उनकी मां ने अकेले ही तीनों बच्चों का लालन-पोषण किया। उन्होंने इस मुश्किल सफर को अकेले ही तय किया। भारती कहती हैं कि ‘आज उनके पास सब कुछ है। बावजूद इसके उनकी मां उन्हें हमेशा कहती हैं कि मेहनत करना कभी मत छोड़ना।’ वह जब भी अपने बचपन को याद करती हैं तो काफी उदास हो जाती हैं।
कॉमेडियन बनने के सफर के बारें में बताते हुए भारती ने बताया कि ‘वह एक बार कॉलेज के गार्डन में खड़े होकर अपने दोस्तों संग खूब मस्ती कर रही थी। उस वक्त उनके कॉलेज में कॉमेडियन और एक्टर सुदेश लहरी ( Sudesh Lehri ) आए थे। उन्होंने उनके टीचर से कहा जो लड़की गार्डन में खड़े होकर दोस्तों के साथ मस्ती कर रही है उसको आप एक बार बुला दीजिए। सुदेश लहरी से मिलते हुए भारती के टीचर ( Bharti Teacher ) ने उनसे कहा कि सुदेश उन्हें एक कॉमेडी ड्रामा ( comedy drama ) शो में लेना चाहते हैं। भारती का टेस्ट लेने के लिए उनसे दो-चार कॉमेडी लाइनें बोलने के लिए कहा गया। जिसे भारती ने पढ़ा। सुदेश उनके अंदाज को देखकर काफी खुश हुए और भारती को अपने ड्रामा में लेने के लिए तैयार हो गए। उन्होंने भारती के टीचर से अनुरोध करते हुए कहा कि उन्हें भारती को अपने ड्रामे में लेना है। टीचर ने भारती को जाने के लिए कहा साथ ही बताया कि इससे उनकी कॉलेज फीस तो कम होगी ही साथ ही कॉलेज और उनका नाम भी खूब मशहूर हो जाएगा। जिसके बाद से भारती ने अपना सफर स्टेज से शुरू किया।