उनके पोते राकेश बसाक ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। बैद्यनाथ बसाक की माली हालत ऐसी थी कि वह आर्थिक संकट से जूझ रहे थे। बीते कई वर्षो से अपने परिवार के साथ बसाक किराए के घर में रहने पर मजबूर थे। वह बीते कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। राकेश ने बताया कि 4 दिन पहले लकवा मार जाने की वजह की वजह से उनका एक हाथ और एक पैर बेकार हो गया था।
राकेश ने बताया कि बीमारी के बाद भी कोरोना की वजह से उन्हें किसी अस्पताल में भर्ती नहीं कराया जा सका था। बसाक ने मनोज कुमार की फिल्म ‘हरियाली और रास्ता’ और ‘कितने दूर कितने पास’ में भी कैमरामैन के तौर पर काम किया था।