भेदभाव को महसूस कर सकते हो एक इंटरव्यू में चित्रांगदा ने कहा था कि त्वचा के रंग के आधार पर बहुत भेदभाव होता है। हालांकि हर कोई घर से व्हाइट स्किन्ड वाले लोगों की तलाश में नहीं निकलता। एक्ट्रेस ने बॉम्बे टाइम्स से बात करते हुए कहा, ‘मैं सांवली रंग वाली लड़की के रूप में जिंदगी जीने की भावना को जानती हूं। ऐसा नहीं है कि लोग आपके चेहरे पर सीधे बोलते हैं लेकिन आप इसे समझ सकते हैं। उत्तर भारत में बचपन से बड़े होने के दौरान मैं इस तरह के अनुभव से गुजर चुकी हूं।’ मुंबई आने से पहले चित्रांगदा सिंह राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में रहती थीं।
गुलजार सर ने दिया काम एक्ट्रेस ने आगे बताया, ‘मेरे सांवले रंग के कारण मुझे मॉडलिंग के असाइनमेंट में नहीं लिया गया। मॉडलिंग के शुरुआत में मुझसे कहा गया कि मैं सांवली हूं। लेकिन मेरे ऑडिशन को गुलजार सर ने देखा और उन्होंने मुझे अपने म्यूजिक वीडियो में मुझे काम दे दिया। जिसके बाद मुझे हौंसला मिला कि हर कोई गोरे रंग के आधार पर ही काम नहीं देता।’ कुछ वक्त पहले चित्रांगदा ने अपने इंस्टाग्राम से एक स्टोरी पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने लिखा था- ‘मैं सांवली हूं और खुश हूं।’
वर्फ फ्रंट की बात करें तो चित्रांगदा आखिरी बार सैफ अली खान के साथ फिल्म ‘बाजार’ में नजर आई थीं। इसके अलावा हाल ही में उन्होंने अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी फिल्म ‘घूमकेतु’ में कैमियो किया था।