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इसकी बड़ी वजह मानी जा रही है दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) का जेएनयू जाना। फिल्म की रिलीज से पहले ही बीते मंगलवार की शाम एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण जेएनयू पहुंची थी। इस दौरान वो घायल छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष से मिली और हमले पर विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ खड़ी दिखीं। इस बीच कन्हैया कुमार, दीपिका के सामने आजादी के नारे लगाते रहे, हालांकि दीपिका ने जेएनयू में किसी प्रकार का कोई बयान नहीं दिया। हालांकि दस मिनट तक छात्रों के बीच काले कपड़ों में खड़ीं दीपिका ने हाथ हिला कर विरोध प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया। दीपिका के इस कदम से काफी लोगों का उनका और उनकी फिल्म छपाक का विरोध करना शुरू कर दिया था। सोशल मीडिया पर #BoycottChhapaak ट्रेंड करने लगा। इसके अलावा अब खबरें आ रही हैं कि अलीगढ़ में हिंदूवादी संगठनों ने फिल्म के खिलाफ पोस्टर लगा डाले हैं। पोस्टर में लिखा है कि अगर फिल्म देखने का मन बना रहे हो तो पहले अपना इंश्योरेंस करा लो। यह पोस्टर दीपिका के जेएनयू में छात्रों को सपोर्ट करने की नाराजगी के तौर पर लगाए गए हैं। वहीं फिल्म की पहले दिन की कमाई को देखते हुए माना जा रहा है कि दीपिका को जेएनयू जाना भारी पड़ गया।