बीआर चोपड़ा का बंगला सी प्रिंसेस होटल के सामने है। यहां से वह अपना बिजनेस किया करते थे। बताया जाता है कि फ्लॉप फिल्मों के कारण प्रोडक्शन हाउस घाटे में चला गया। साल 2013 में उनके बेटे ने इस बंगले की साफ-सफाई कराई थी।
आपको बता दें कि बीआर चोपड़ा ने ‘वक्त’, ‘नया दौर’, ‘कानून’, ‘द बर्निंग ट्रेन’ और ‘निकाह’ जैसी बेहतरीन फिल्में सिनेमा जगत को दी। बीआर चोपड़ा का जन्म साल 1914 में हुआ था। वह विभाजन के बाद दिल्ली और फिर मुंबई चले गए थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्म जर्नलिस्ट के तौर पर की थी।
1949 में इन्होंने फिल्म ‘कारवाट’ से अपना करियर शुरू किया था। 1951 में उन्होंने फिल्म ‘अफसाना’ बनाई और ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फिल्म सुपरहिट रही।
इसके बाद उन्होंने साल 1955 में खुद का प्रोडक्शन हाउस खड़ा किया था, जिसका नाम ‘बीआर फिल्म्स’ रखा गया। इस प्रोडक्शन हाउस के लिए उनकी पहली फिल्म ‘नया दौर’ बेहद सफल रही। इसके साथ ही उनके पौराणिक शो ‘महाभारत’ को कैसे भूला जा सकता है। 2008 में मुंबई के एक अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली थी। इनकी सीरियल महाभारत आज भी घरों में देखा जाता है।
1949 में इन्होंने फिल्म ‘कारवाट’ से अपना करियर शुरू किया था। 1951 में उन्होंने फिल्म ‘अफसाना’ बनाई और ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फिल्म सुपरहिट रही।
इसके बाद उन्होंने साल 1955 में खुद का प्रोडक्शन हाउस खड़ा किया था, जिसका नाम ‘बीआर फिल्म्स’ रखा गया। इस प्रोडक्शन हाउस के लिए उनकी पहली फिल्म ‘नया दौर’ बेहद सफल रही। इसके साथ ही उनके पौराणिक शो ‘महाभारत’ को कैसे भूला जा सकता है। 2008 में मुंबई के एक अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली थी। इनकी सीरियल महाभारत आज भी घरों में देखा जाता है।