बॉलीवुड में यूं तो आए दिन नए एक्टर और एक्ट्रेस एंट्री लेते हैं। लेकिन इनमे से कुछ ही ऐसे होते हैं जो लोगों के दिलों में जगह बना पाते हैं। ऐसे ही एक अभिनेता हैं बोमन ईरानी, आपको जानकर हैरानी होगी कि एक समय ऐसा था जब वो बॉलीवुड में आना ही नहीं चाहते थे। वो फाइव स्टार होटल में वेटर का काम करते थे, इस बात खुलासा उन्होंने खुद ही किया था।
बोमन ने बताया कि वो पढ़ने में ज्यादा अच्छे नहीं थे. जिसके कारण स्कूल खत्म होने के बाद उनके पास ज्यादा ऑप्शन नहीं बचे. इसलिए उन्होंने तय किया वो कुछ ऐसा करेंगे जिसमें वो शानदार काम कर सकें. इसलिए वो ट्रेनिंग लेकर फाइव स्टार होटल में वेटर बने। वेटर की जॉब के साथ ही उन्होंने अपनी मम्मी के साथ बेकरी की दुकान में 14 साल तक काम किया। बोमन ने साल 1987 में रोड पर फोटो तक बेची थी। इसके लिए उन्हें 25 रुपए मिला करते थे। एक दिन बोमन की मुलाकात कोरियोग्राफर श्यामक डावर से हुई और फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
अपनी जिंदगी से जुड़ी कई बातें बोमन ईरानी ने राज्यसभा टीवी के चैट शो गुफ्तगू में शेयर की थीं। उन्होंने बताया था कि वो फिल्मों में आने से पहले फैशन फोटोग्राफी करते थे। जब वो 12वीं में पढ़ते थे तो स्कूल में होने वाले क्रिकेट मैचों की फोटो खींचते थे। बोमन को इसके लिए थोड़े पैसे भी मिला करते थे। इसके बाद उन्होंने प्रोफेशनल तौर पर पहली बार पुणे में बाइक रेस की फोटोग्राफी की थी। इसके बाद उन्हें मुंबई में हुए बॉक्सिंग वर्ल्ड कप को कवर करने का मौका मिला।
हालांकि वो शौकिया थिएटर भी करते थे लेकिन वो एक्टर नहीं बनना चाहते थे। इस चक्कर में उन्होंने कई फिल्मों के ऑफर भी रिजेक्ट किए। बोमन ईरानी ने मीठीबाई कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था। फिल्मों में काम करने से पहले बोमन ईरानी ने थिएटर में काम किया था। उनका सबसे सफल नाटक आई एम नॉट बॉजीराव रहा था। इसका कई बार प्रदर्शन किया गया।
वहीं उन्होंने 32 की उम्र में फोटोग्राफी शुरू की। 42 साल की उम्र में बोमन ईरानी ने करियर की शुरुआत फिल्म ‘एवरीबडी सेज आई एम फाइन’ से की थी। फोटोग्राफी के दौरान उन्हें 44 की उम्र वो फिल्म मिली जिसने उन्हें बॉलीवुड का सुपरस्टार बना दिया। ये फिल्म थी राजकुमार हिरानी की ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’। ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ फिल्म में उन्होंने डॉक्टर अस्थाना का किरदार निभाया था।
हालांकि वो फिल्मों में नहीं आना चाहते थे क्योंकि वो खुद को बतौर फोटोग्राफर स्थापित करना चाहते थे लेकिन फिल्म मेकर विनोद चोपड़ा के कहने पर उन्होंने फोटोग्राफी से 14 दिन की छुट्टी लेकर ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ की। बस फिर क्या था बोमन तब से लेकर आज तक बॉलीवुड पर राज कर रहे हैं।
‘थ्री ईडियट्स’ फिल्म ने बोमन के करियर को नई ऊंचाई दी। इसमें उनके वायरस के नाम के किरदार की बहुत तारीफ हुई। 42 साल की उम्र में फिल्मों में डेब्यू करने वाले बोमन अब तक 90 से ज्यादा फिल्में कर चुके हैं। इन फिल्मों में ‘हनीमून ट्रेवल्स प्राइवेट लिमिटेड’, ‘दोस्ताना’, ‘युवराज’, ‘तीन पत्ती’, ‘हम तुम और घोस्ट’, ‘हाउसफुल’, ‘हाउसफुल 2’ और ‘संजू’ जैसी फिल्में शामिल हैं।