अपनी ट्वीट में एक वीडियो शेयर करते हुए अशोक पंडित लिखते है कि खेल के मैदान में भी यह पाकिस्तानी अपनी आतंकवादी हरकतों से बाज नहीं आते। इस पाकिस्तानी अरशद नदीम ने नीरज चोपड़ा का जैवलिन चुरा लिया था ताकि नीरज चोपड़ा गोल्ड नहीं जीत पाए, लेकिन नीरज की अचानक नजर पड़ी और उसने अरशद से जैवलिन वापस ले लिया। नीरज फिर भी अरशद की तारीफ करता रहा वहीं इस ट्वीट पर अशोक पंडित को पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं, कुछ यूजर उन्हें सपोर्ट करते हुए नजर आ रहे हैं तो कोई उनकी आलोचना कर रहे हैं।
वहीं नीरज चोपड़ा ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि फाइनल मुकाबले के दिन जल्दबाजी में उन्होंने अपना जैवलिन फेंका था, क्योंकि वह अपना भाला ढूंढने में व्यस्त हो गए थे। दरअसल उनका जैवलिन पाकिस्तानी खिलाड़ी अरशद नदीम के हाथ में था, जिसे देख उन्होंने उनसे इससे वापस ले लिया और जल्दबाजी में अपना भाला फैंका था। मीडिया फर्म को दिए गए इंटरव्यू में नीरज चोपड़ा ने बताया था कि वह फाइनल मुकाबले की शुरुआत में अपना जैवलिन ढूंढ रहे थे, लेकिन उन्हें वह मिल नहीं रहा था।
वहीं अचानक पाकिस्तानी खिलाड़ी अरशद नदीम के हाथों पर उनकी नजर पड़ी और वह उनका जैवलिन लेकर टहल रहे थे। जिसके बाद पाकिस्तानी खिलाड़ी से नीरज ने उस जैवलिन को वापस मांगते हुए कहा कि भाई यह मुझे दे दे, यह मेरा भाला है और मुझे इसे ही फेंकना है, जिसके बाद उस खिलाड़ी ने इसे वापस कर दिया नीरज ने अपने इंटरव्यू में कहा कि यह बात नोटिस की गई होगी कि मैंने अपना पहला थ्रो जल्दबाजी में फेंका था। गौरतलब है कि 13 साल बाद नीरज चोपड़ा ने इतिहास रचते हुए भारत को ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाया था। इसी के साथ वह ट्रेक एंड फील्ड इवेंट में भारत के लिए ओलंपिक मेडल जीतने वाले देश के पहले एथलीट बने है।