सूचना एंव प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Information Broadcasting Prakash Javadekar) ने श्रीराम लागू के निधन की खबर को ट्विटर के माधम से दी है। उन्होंने ट्वीट में जानकारी देते हुए लिखा- “महान कलाकार श्रीराम लागू को मेरी श्रद्धांजलि। हमने एक बहुमुखी व्यक्तित्व को खो दिया है। अद्वितीय थिएटर अभिनेता ने सिल्वर स्क्रीन पर अपना दबदबा बनाया और प्रभाव पैदा किया है। वह एक सामाजिक कार्यकर्ता भी थे।”
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आपको श्रीराम के जीवन के बारें में बताएं तो श्रीराम लागू पहले नाक-कान और गले के सर्जन थे, यानि की वह एक डॉक्टर थे। फिल्मी की दुनिया के लिए उनका प्यार उन्हें हिंदी सिनेमा की ओर खींच लाया और उन्हें नाम के साथ शोहरत भी दिलाई। अपने फिल्म करियर की शुरुआत ‘वो आहट: एक अजीब कहानी’ (Woh Aahat: Ek Ajib Kahani) से की थी। 1971 में आई इस फिल्म ने उन्हें नई पहचान दिलाई जिसके बाद श्रीराम लागू का सफ़र चलता ही रहा। ‘पिंजरा’ (Pinjara), ‘मेरे साथ चल’ (Mere Sath Chal), ‘सामना’ (Samna), ‘दौलत’ (Daulat) जैसी कई शानदार फिल्मों में श्रीराम लागू को देखा गया। फिल्म के साथ-साथ उन्हें रंगमच का भी काफी शौक था। जिसकी वजह से उन्हें नाटक करते हुए भी मंच पर देखा गया।