जानिए Kangana Ranaut ने क्यों कहा मेरी राख को गंगा में मत बहाना? रिश्तेदार ने हड़पी प्रॉपटी एक इंटरव्यू में नाना पाटेकर ने अपनी जिंदगी के बारे में बात करते हुए बताया था कि उनके पिता का टेक्सटाइल पेंटिंग का बिजनेस था। लेकिन एक बार परिवार के एक करीबी धोखाधड़ी कर उनकी पूरी प्रॉपटी को हड़प लिया था। इस वाक्ये से नाना के पिता को काफी सदमा लगा था। उनका पूरा परिवार खाने तक का मोहताज हो गया था। ऐसे में नाना ने अपने पिता की सहायता करने का फैसला लिया।
पहला प्यार: Salman Khan को कियारा आडवाणी की मौसी से थी बेइंतहा मोहब्बत, लेकिन फिर आई संगीता बिजलानी.. सड़कों पर करते थे पेंट उस वक्त नान की उम्र केवल 13 साल की थी। अपने पिता की सहायता करने के लिए उन्होंने पेंटिंग का काम करना शुरू किया। उन्होंने फिल्मों के पोस्टर और सड़कों की जेब्रा क्रासिंग को पेंट किया। इस काम के लिए उन्हें 35 रुपए महीना मिला करते थे, जिससे उनका घर चलता था। लेकिन दुख अभी खत्म नहीं हुए थे। नाना जब 28 साल के थे तो उनके पिता का निधन हो गया। हालांकि इससे नाना ने खुद को संभाला और आर्ट्स कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने एड एजेंसी में काम करना शुरू किया। जिसके बाद उनकी मुलाकात स्मिता पाटिल से हुई। स्मिता ने उन्हें रवि चोपड़ा से मिलवाया। इसके बाद नाना ने को आज की आवाज फिल्म में काम करने का मौका मिला।