बॉलीवुड

गुलशन कुमार के भजन सुन भक्ति में लीन हो जाते थे लोग, मंदिर के बाहर हुई थी दिल दहला देने वाली मौत

संघर्षपूर्ण जीवन बिताने के बाद अपने संगीत और उसके प्रति लगन से उन्होंने एक खास मुकाम हासिल किया।

May 05, 2018 / 04:28 pm

Amit Singh

gulshan kumar

गुलशन कुमार का जन्म 5 मई, 1951 को हुआ था।देश में गुलशन कुमार ने संगीत को नई पहचान दी। उनका पूरा नाम गुलशन कुमार दुआ था।गुलशन कुमार का नाम फिल्मी दुुनिया की उन हस्तियों में शुमार हैं जिन्होंने काफी कम समय में ही शोहरत की उन बुलंदियों को हासिल कर लिया था, जहां पहुंचना हर किसी का सपना होता है। संघर्षपूर्ण जीवन बिताने के बाद अपने संगीत और उसके प्रति लगन से उन्होंने एक खास मुकाम हासिल किया। आज उनकी जन्मतिथ‍ि पर हम आपको बताने जा रहे हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ किस्से।

 

कभी जूस बेचा करते थे गुलशन
गुलशन पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखते हैं।गुलशन कुमार शुरुआती समय में अपने पिता चंद्र भान दुआ के साथ दिल्ली की दरियागंज मार्केट में जूस की दुकान चलाते थे। इसके बाद ये काम छोड़ उन्होंने दिल्ली में ही कैसेट्स की दुकान खोली जहां वो सस्ते में गानों की कैसेट्स बेचते थे।

 

gulshan kumar

इंडस्ट्री में जमाई धाक
जैसे ही काम धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगा गुलशन कुमार ने नोएडा में ‘टी सीरीज’ नाम से म्यूजिक कंपनी खोली। गुलशन कुमार की कंपनी ने करीब 10 सालों में फिल्म इंडस्ट्री में अपनी धाक जमा ली। जिसके बाद उन्होंने नोएडा में खुद की म्यूजिक प्रोडेक्शन कंपनी खोली और बाद में मुंबई शिफ्ट हो गए। इसके साथ ही गुलशन कुमार ने कई सारे गायकों को लॉन्च भी किया जिसमें सोनू निगम, अनुराधा पौडवाल, कुमार सानू जैसे नाम शामिल हैं। यहां तक कि गुलशन कुमार ने अपने भाई कृष्णन कुमार दुआ को बॉलीवुड में एंट्री दिलाई हालांकि वह जगह बनाने में फेल हो गए।

 

gulshan kumar

खुद भी गायक थे गुलशन कुमार
गुलशन कुमार खुद भी गायक थे और ज्यादातर भक्ति वाले गाने उन्होंने ने ही गाए हैं। जिसमें ‘मैं बालक तू माता शेरा वालिए’ गाना सबसे ज्यादा हिट हुआ।गुलशन कुमार ने टी सीरीज के कैसेट के जरिये संगीत को घर-घर पहुंचाने का काम किया। उनके निधन के बाद इसका कार्यभार उनके बेटे भूषण कुमार और बेटी तुलसी कुमार ने अपने कंधों पर लिया। टी-सीरीज आज भी सबसे प्रसिद्ध म्यूजिक प्रोडेक्शन कंपनी है।

समाज सेवा से भी जुड़े थे
जमीन से जुड़े हुए गुलशन कुमार ने अपनी उदारता भी खुलकर दिखाई। उन्होंने अपने धन का एक हिस्सा समाज सेवा के लिए दान किया। उन्होंने वैष्णो देवी में एक भंडारे की स्थापना की जो आज भी तीर्थयात्रियों के लिए भोजन उपलब्ध कराता है।

 

gulshan kumar

अंडरवर्ल्ड के आगे नहीं झुके थे गुलशन
गुलशन कुमार 1992-93 में सबसे ज्यादा टैक्स देने वालों में से थे। ऐसा माना जाता है कि गुलशन ने मुंबई के अंडरवर्ल्ड की जबरन वसूली की मांग के आगे झुकने से मना कर दिया था, जिसके कारण उनकी हत्या कर दी गई। गुलशन कुमार की हत्या 12 अगस्त 1997 को मुंबई के एक मंदिर के बाहर गोली मार दी गई थी।

बेटे ने संभाला बिजनेस
गुलशन कुमार की हत्या के बाद टी सीरीज के बिजनेस को उनके बेटे भूषण कुमार और बेटी तुलसी कुमार ने संभाला। तुलसी कुमार बेहतरीन सिंगर है। मुझे तेरी और तुम जो आए गाने उनके हिट नंबर्स में शुमार हैं।

जीवन पर बन रही है फिल्म
गुलशन कुमार के जीवन पर आधारित ‘मुगल’ फिल्म बनने जा रही है। पहले इस रोल के लिए अक्षय कुमार को कास्ट किया जा रहा था लेकिन अभी तक कोई भी नाम तय नहीं किया गया है।

Hindi News / Entertainment / Bollywood / गुलशन कुमार के भजन सुन भक्ति में लीन हो जाते थे लोग, मंदिर के बाहर हुई थी दिल दहला देने वाली मौत

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.