मीना कुमरी की मां इकबाल बेगम उनके पिता अली बक्श की दूसरी पत्नी थीं। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से उनके मां-बाप ने उन्हें पैदा होते ही मुस्लिम अनाथालय के बाहर छोड़ दिया था। लेकिन बाद में मन नहीं माना तो मासूम बच्ची को कुछ ही घंटे बाद फिर से उठा लिया।
मीना कुमारी के बायें हाथ की सबसे छोटी उंगली मुड़ी हुई थी। एक बार जब मीना महाबलेश्वर से मुंबई लौट रही थीं तभी उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया। इसमें उनका बायां हाथ जख्मी हो गया। जिसकी वजह से उनकी छोटी उंगली टूटकर टेढी हो गई थी। इसी वजह से वह हमेशा ही अपने हाथ को कैमरे के सामने छुपा कर रखती थीं।
मीना कुमारी को 18 साल की उम्र में खुद से 14 साल बड़े कमाल अमरोही से प्यार हो गया था। मीना ने पहली बार कमाल को एक मैगजीन में छपी तस्वीर में देखा था। इसके बाद दोनों की मुलाकात फिल्म ‘दायरा’ के सेट पर हुई और दोनों में नजदीकियां बढ़ने लगीं। इसके बाद दोनों ने शादी कर ली। लेकिन उनकी ये शादी ज्यादा सफल नहीं रही। बता दें कि कमाल ने फिल्म ‘मुगल-ए-आज़म’ के डायलॉग लिखे।
जन्म से लेकर मृत्यु तक मीना ने हर पल गमों का सामना किया। शुरू से ही मीना को रिश्ते में सफलता नहीं मिली। पिता के साथ उनकी कभी नहीं बनी। वहीं उनकी शादी भी असफल रही। इसी वजह से वो काफी ज्यादा शराब पीने लगीं और इससे उनकी सेहत लगातार बिगड़ती चली गई। आखिर 31 मार्च, 1972 को लीवर सिरोसिस के कारण उनकी मौत हो गई।