ब्वॉयफ्रेंड से बात करने के लिए Kareena Kapoor ने तोड़ दिया था घर का ताला, फिर पड़ गई थीं मुश्किल में
दादी ने कहा कि कंगना हमे नासमझ बता रही हैं लेकिन जब हम बच्चे पैदा करना जानते हैं। उन्हें पढ़ा लिखा सकते हैं तो ऐसे ही यहां नहीं बैठे हैं। हमे देश की फिक्र है। मैंने कंगना को कभी नहीं देखा है। यहां 100-100 रुपए के लिए नहीं बैठे हैं बल्कि देश को बचाने के लिए बैठे हैं। मैं किसान की बेटी हूं, किसान की बहू हूं। देश के लिए बैठी हूं। इतनी उम्र हो गई, बालों में सफेदी ऐसे ही नहीं आई। जरूरत पड़ने पर हम बाहर निकलना और सही के लिए आवाज उठाना भी जानते हैं।
बता दें कि कंगना ने दादी को लेकर वीडियो में कहा था कि एक शाहीन बाग वाली दादी भी किसान आंदोलन में बैठी हैं जो पढ़ना लिखना तक नहीं जानती। पहले उन्होंने नागरिकता को लेकर आंदोलन किया। अब ये कर रही हैं। मैं पंजाब के लोगो जानती हूं। वो लोग खलिस्तान की मांग नहीं करते लेकिन जो आंदोलन हो रहा है उसमें ऐसा ही नजर आ रहा है।