भारती का बचपन बेहद ही मुश्किल में बीता है। बचपन में उनकी मां को दो वक्त की रोटी जुटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। इस बारे में खुद भारती कई इंटरव्यू में बता चुकी हैं। उन्होंने बताया था कि उनकी मां उन्हें पैदा होने से पहले ही मार देना चाहती थीं। इसके लिए उन्होंने कई कोशिशें भी कीं लेकिन भगवान को शायद कुछ और ही मंजूर था। भारती ने ये भी बताया कि जन्म के बाद उनकी मां ने उन्हें बहुत प्यार से पाला।
भारती जब 2 साल की थीं तब उनके सिर से पिता का साया उठ गया था। वह कहती हैं, मां ने दोबारा शादी करने के बजाय हमारे लिए लड़ने का रास्ता चुना। मेरा अधिकांश बचपन गरीबी में बीता। बड़े भाई-बहन हमारे लिए खाना और सुरक्षित छत पाने के लिए दिन-रात लगाते थे। कभी-कभी ऐसा भी होता था कि आधा पेट खाकर ही गुजारा करना पड़ता था। भारती को पढ़ाई के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी थी। कॉलेज की फीस माफ कराने के लिए उन्होंने स्पोर्ट्स में दाखिला लिया। वह रोज सुबह 5 बजे प्रैक्टिस करने के लिए कॉलेज पहुंच जाया करती थीं ताकि उन्हें जूस के लिए मिलने वाला 5 रुपए का कूपन मिल सके। भारती इन सारे कूपन्स को इकट्ठा कर घर के लिए फल लेकर जाया करती थीं।
भारती सिंह अमृतसर में थियेटर करती थीं जहां उनकी मुलाकात कॉमेडी किंग कपिल शर्मा से हुई थी। कपिल ने ही भारती को ‘लाफ्टर चैलेंज’ का ऑडिशन देने के सलाह दी थी। जब भारती ने मुंबई का रूख किया तो उनके परिवार ने उनका पूरा साथ दिया। लेकिन आसपास के लोगों को उनपर संदेह था लेकिन अब वहीं लोग उनसे मुंबई में अपने बच्चों का करियर बनाने के लिए सलाह लेते हैं। बता दें कि मुंबई आने के बाद भारती किस्मत बदल गई। उन्होंने लाफ्टर चैलेंज के लिए ऑडिशन दिया और उनका सेलेक्शन हो गया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।