अदनान से पूछा गया, ‘आमिर खान कहते हैं कि वो भारत में सुरक्षित महसूस नहीं करते, नागरिकता संसोधन कानून को लेकर आपकी क्या राय है?’ इसके जवाब में अदनान ने कहा, ‘मैं यहां इस बात का जवाब देने नहीं आया हूं कि आमिर खान ने क्या कहा। जहां तक मेरी बात है, मैं एक मुस्लिम हूं। मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं। मैं मानवता का सम्मान करता हूं चाहे यह किसी भी रूप में हो।’ उन्होंने कहा कि नागरिकता संसोधन कानून उन लोगों के लिए है जो भारत में नागरिकता चाहते हैं, ये भारतीयों के लिए नहीं है।
सिंगर ने कहा, ‘मेरे पास बहुत से ऑप्शंस थे, लेकिन मुझे लगा कि मुझे भारत आना चाहिए और एक मुस्लिम के तौर पर मैं यह नहीं कह सकता हूं कि मुझे भारत में कितना सुरक्षित लगता है।’ सिंगर ने हाल ही दिल्ली में हुई हिंसा को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि जल्द ही वापस शांति होगी। एक म्यूजिशन होने के नाते मैं हमेशा प्यार और शांति की बात करता हूं। मैं सभी से निवेदन करता हूं कि शांति बनाए रखें। मैं निवेदन करता हूं कि लोगों की जिंदगी का सम्मान करें और ऐसा कोई मुद्दा नहीं है जिसका हल बातचीत से ना निकले। मैं चाहता हूं कि देश में शांति बनी रहे।’
अदनान ने सीएए का समर्थन करते हुए कहा था कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा इस्लामाबाद में सोसाइटी दो गुटों में बटी हैं। मैं एफ सेक्टर में था जहां मैंने देखा कि सोसाइटी के उस पास स्लम था जहां क्रिश्यन कॉम्यूनिटी के लोग रहते थे। उन्हें वैसी आजादी वहां नहीं मिलती जैसी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून के आने से अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में रह रहे लोगों को मदद मिलेगी।
आपको बता दें कि पिछले दिनों अदनान को पद्मश्री दिए जाने का भी काफी विरोध हुआ था। इस बात का विरोध करने वालों का कहना था कि अदनान के पिता अरशद सामी खान पाकिस्तान एयरफोर्स में पायलट थे और उन्होंने भारत के खिलाफ 1971 के युद्ध में भाग लिया था, इसलिए अदनान को पद्मश्री नहीं दिया जाना चाहिए।