Javed Akhtar की ओर से दर्ज मानहानि केस में Kangana Ranaut को मुंबई पुलिस ने भेजा समन, 22 जनवरी को होना होगा हाजिर
दरअसल, इस मामले की शुरूआत तब हुई जब जावेद अख्तर ने एक ट्वीट करते हुए बीएमसी द्वारा सैंपल को लेने और तुरंत मरीजों का इलाज करने के लिए के उनकी जमकर तारीफ की थी। इस ट्वीट को पढ़ने के बाद अशोक पंडित ने उनके ट्वीट पर कोट करते हुए लिखा था कि ”सर आपने बीएमसी की जो तारीफ की है वो सराहनीय है, लेकिन मैं अभी भी इंतजार कर रहा हूं कि आप तबलीगी जमात पर चुप्पी कब तोड़ेंगे। मुझे पूरी उम्मीद है कि आपने मुरादाबाद की तस्वीरें देखी होंगी। इस आपराधिक कृत्य पर खामोशी क्यों? ” अब इस ट्वीट के बाद से दोनों के बीच शीतयुद्ध देखने को मिल रहा है।
यह ट्वीट पढ़ने के बाद जावेद अख्तर ने बड़े ही धैर्य और शालीनता के साथ अशोक पंडित को जवाब दिया। जावेद ने अपने जवाब में लिखा कि ‘ ‘अशोक जी, सीधी बात कीजिए, क्या आप जो मुझे बरसों से जानते हैं, ये सोचते हैं कि मैं कम्यूनल हूं। कोई और पूछता तो पूछता. आप जो मेरे दोस्त हैं, क्या आप नहीं जानते कि तबलीगी जमात जैसी हर संस्थान चाहे हिंदू हो या मुस्लिम के बारे में मैं क्या सोचता हूं। ”
माथे पर टीका और आंखों पर काजल लगाए मां की गोद में नज़र आए Sushant Singh Rajput, वायरल हुई Photo
जावेद अख्तर का ट्वीट पढ़ अशोक पंडित फिर चुप नहीं बैठे और उन्होंने तुरंत जवाब देते हुए कहा कि आखिर आप क्यों पब्लिकली जमात के लोगों की हरकतों को कंडेम को क्यों करते हैं? आपकी आतंकवादियों पर साधी हुई चुप्पी काफी चुभ रही है। जिसके जवाब में जावेद अख्तर कहते हैं कि “वह हिंदू और मुस्लिम दोनों में जब भी कट्टपंथियों के खिलाफ आवाज़ उठाते हैं। एक तरफ लोग के उन्हें काफिर तो दूसरी तरफ लोग जिहादी कहने लगते हैं। ऐसे में जब तक दोनों ही तरफ से गालियां सुनने को मिल रहीं है तो वह यकीन रखते हैं कि वह कुछ ठीक ही कर रहे हैं।”