टीवी के आगे बैठ कर रील लाइफ वाले भगवान राम और श्री कृष्ण के दर्शक किए जाते थे. आज भी लोगों में इस शो को बेहद शौक के साथ देखना पसंद करते हैं और इस बात का प्रूफ तब मिला जब कोरोना काल में लॉकडाउन लगा और टीवी पर लोगों के लिए इन शो को दोबारा से प्रसारित किया गया. तब भी पूरा परिवार इन शो को साथ बैठकर देखा करता था. वहीं ‘रामायण’ में ‘श्री राम’ का किरदार का एक्टर अरुण गोविल (Arun Govil) ने निभाया था, जिनको दर्शकों को बेहद प्यार और सम्मान मिला.
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वो इस किरदार से दर्शकों के बीच इतने पॉपुलर हुए कि लोग उन्हें असल जिंदगी में भी ‘भगवान राम’ की तरह ही देखने लगे थे. हालांकि, उनको इस किरदार के चलते काम पाने के लिए काफी संघर्ष का भी सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी इसको लेकर कोई रोष नहीं दिखाया. अपने एक इंटरव्यू के दौरान अरुण गोविल ने बताया था कि ‘जहां उन्हें ‘राम’ का किरदार निभाकर घर-घर में पहचान मिली, लेकिन दूसरी तरफ उनको फिल्मों में काम मिलना ही बंद हो गया था’. एक इंटरव्यू में अरुण गोविल ने अपने करियर के बारे में बात करते हुए कहा था कि ‘मैंने अपने करियर की शुरूआत हिंदी फिल्मों से की थी. फिर मुझे रामानंद सागर जी की तरफ से ‘रामायण’ में काम करने का मौका मिला. मुझे राम के किरादर के लिए चुना गया था, लेकिन राम का किरदार निभाने के बाद, मैंने फिर से बॉलीवुड का रुख किया तो फिल्म निर्माता और निर्देशक मुझसे कहते थे कि मेरी छवि अब राम की हो चुकी है, जो बहुत मजबूत बन चुकी है. हम आपको किसी और रोल के लिए कास्ट नहीं कर सकते और न ही आपको सपोर्टिंग रोल दे सकते हैं. वो मेरे करियर का ये सबसे बड़ा माइनस पॉइंट था’.
साथ ही उन्होंने बताया कि ‘उनकी ये बातें सुनने के बाद मुझे इस बात का एहसास हुआ कि मैं अब कभी भी बॉलीवुड का हिस्सा नहीं बन पाउंगा, जो मैं हमेशा से चाहता था’. गोविल ने आगे बताया कि ‘उस वक्त मैंने कई टीवी शोज में काम किया और अगर मुझसे कुछ गलती हो जाती तो लोग टोकते हुए कहते थे कि अरे, रामजी आप ये क्या कर रहे हैं. उस वक्त मैं काफी निराश था. मुझे ऐसा लगने लगा था कि ‘जहां मुझे एक शो ने दर्शकों का बहुत प्यार दिलवाया तो वहीं, दूसरी तरफ इसी की वजह से मेरा करियर ही थम गया था’.