‘झलक दिखला जा 11’ के जज पैनल में उनके होने के बारे में बात करते हुए अरशद ने कहा, “यह सब बिल्कुल अवास्तविक लगता है। जब मैं फ्लैशबैक में जाता हूं, तो ऐसा लगता है जैसे यह सब होना ही था। डांस के लिए मेरे मन में हमेशा एक विशेष स्थान था और जीवन ने मुझे इससे जुड़ने का मौका दिया। अब मैं उस सीट पर हूं, जहां मैं सेलेब्स को उनके डांस के आधार पर जज करूंगा। यह एक तरह से अविश्वसनीय है लेकिन एक बेहतरीन एहसास भी है।”
जानिए अरशद के जीवन से जुड़ी कहानी
अरशद ज्यादातर समय गोवा में रहते हैं, केवल शो की शूटिंग के लिए मुंबई आते हैं। अरशद ने अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत एक सेल्समैन के रूप में की और बाद में कुछ अन्य नौकरियां कीं। डांस में गहरी रुचि होने के कारण, अभिनेता के लिए जीवन में अन्य योजनाएं थी, मुंबई में अकबर सामी के डांस ग्रुप में शामिल होने से लेकर भरत दाभोलकर, अलीक पदमसी और फिरोज खान के नाटकों में नृत्य और कोरियोग्राफी तक, यह सब एक अभिव्यक्ति की तरह लग रहा था।
अरशद ज्यादातर समय गोवा में रहते हैं, केवल शो की शूटिंग के लिए मुंबई आते हैं। अरशद ने अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत एक सेल्समैन के रूप में की और बाद में कुछ अन्य नौकरियां कीं। डांस में गहरी रुचि होने के कारण, अभिनेता के लिए जीवन में अन्य योजनाएं थी, मुंबई में अकबर सामी के डांस ग्रुप में शामिल होने से लेकर भरत दाभोलकर, अलीक पदमसी और फिरोज खान के नाटकों में नृत्य और कोरियोग्राफी तक, यह सब एक अभिव्यक्ति की तरह लग रहा था।
अरशद ने 21 साल की उम्र में खुद का स्टूडियो शुरू किया
साल 1991 में उन्होंने भारतीय नृत्य प्रतियोगिता जीती, इसके बाद 1992 में 21 साल की उम्र में वर्ल्ड डांस चैंपियनशिप, लंदन में मॉडर्न जैज श्रेणी में चौथा पुरस्कार मिला। इसके बाद अभिनेता ने अपना स्वयं का डांस स्टूडियो शुरू किया और एक डांस टीम भी बनाई, जहां उनकी मुलाकात अपनी पत्नी मारिया गोरेटी से हुई।
साल 1991 में उन्होंने भारतीय नृत्य प्रतियोगिता जीती, इसके बाद 1992 में 21 साल की उम्र में वर्ल्ड डांस चैंपियनशिप, लंदन में मॉडर्न जैज श्रेणी में चौथा पुरस्कार मिला। इसके बाद अभिनेता ने अपना स्वयं का डांस स्टूडियो शुरू किया और एक डांस टीम भी बनाई, जहां उनकी मुलाकात अपनी पत्नी मारिया गोरेटी से हुई।
साल 1993 में उन्हें ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ के टाइटल ट्रैक को कोरियोग्राफ करने का मौका मिला। इस दौरान उन्हें अभिनेत्री जया बच्चन ने ‘तेरे मेरे सपने’ के लिए एक भूमिका की पेशकश की, जो बॉलीवुड में उनकी पहली फिल्म थी।