एक समय था जब अनुराधा पौडवाल को बॉलीवुड इंडस्ट्री की अगली लता मंगेशकर कहा जाता था, लेकिन शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। अनुराधा के एक गलत फैसले की वजह से उनका पूरा कॅरियर ही बर्बाद हो गया। आज हम आपको अनुराधा की जिंदगी से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जो शायद कम लोग ही जानते होंगे।
यहां से हुई कॅरियर की शुरुआत :
अनुराधा ने ‘अभिमान’ से अपने कॅरियर की शुरूआत की थी। अब वे करीब पिछले 11 सलों से गायन की दुनिया से दूर हैं। उन्होंने आखिरी बार फिल्म ‘जाने होगा क्या’ में गाने गाए थे। इसके बाद उन्होंने किसी फिल्म के लिए गाना नहीं गाया।
एक गतल फैसले ने बर्बाद कर दिया कॅरियर :
अनुराधा जब अपने कॅरियर के पीक पर थीं तो उन्होंने मीडिया के सामने ये बात कह दी थी कि वो अब सिर्फ गुलशन कुमार की कंपनी टी-सीरिज के लिए ही गाएंगी। उनका लिया गया ये फैसला उनके लिए ही घातक बन गया। इसके बाद उन्होंने किसी और के लिए कभी गाना नही गाया था।
दूसरी सिंगर ने उठाया फायदा :
उस समय फिल्म इंडस्ट्री में कई और सिंगर स्ट्रगल कर रहीं थीं। वहीं अनुराधा की ओर से कही गई ये बात कि वो अब किसी और के नही गाएंगी इसका पूरा फायदा उठाया उस दौर की अलका याग्निक और दूसरी सिंगर्स ने। जैसे ही अनुराधा ने फिल्मों को छोड़ डिवोशनल सॉन्ग गाने शुरू किए उनका कॅरियर ढलान पर आने लगा। करीब 5 साल तक अनुराधा ने किसी भी फिल्म या दूसरी म्यूजिक कंपनी के लिए कोई गाना नहीं गाया।
गुलशन की मौत के बाद गाना गाना छोड़ दिया :
अचानक हुई गुलशन कुमार की मौत के बाद अनुराध पूरी तरह से टूट गई थीं। इसके बाद तो उन्होंने फिल्मी गाने गाना छोड़ ही दिए। फिर वो सिर्फ भजन गाने लगीं। इसके बाद धीरे—धीरे उन्होंने पूरी तहर से गायन से दूरी बना ली।
पति की मौत ने उन्हें पूरी तरह तोड़कर रख दिया था :
अनुराधा की शादी अरुण पौडवाल से हुई थी, जो एसडी बर्मन के असिस्टेंट और खुद भी एक म्यूजिक कंपोजर थे। दोनों के दो बच्चे हैं आदित्य और कविता पौडवाल है। कहा जाता है कि अरुण पौडवाल की असमय मौत हो जाने के बाद अनुराधा पूरी तरह से अकेली पड़ गई थी। वो अकेले ही दोनों बच्चों की जिम्मेदारी उठाती थी। इसे बाद ही उनकी मुलाकात गुलशन कुमार से हुई। अकेली अनुराधा को गुलशन का सहारा मिला और वो उनकी ओर झुकती चली गई। अनुराधा ने करीब 10 साल से ज्यादा समय तक टी-सीरीज के लिए काम किया।
कई भाषाओं में गाए गाने :
अनुराधा पौडवाल ने न सिर्फ बॉलीवुड में प्लेबैक सिंगिग की, बल्कि भजन गायिकी में भी उन्होंने नाम कमाया। अनुराधा ने बॉलीवुड गानों और भजनों के अलावा पंजाबी, बंगाली, मराठी, तमिल, तेलुगु, उड़िया और नेपाली भाषा में भी गाने गाए हैं।
कभी नहीं ली क्लासिकल सिंगिंग की ट्रेनिंग :
इंडियन म्यूजिक को अनुराधा बहुत ही अच्छी तरह से पेश करती थीं, लेकिन उन्होंने कभी भी क्लासिकल सिंगिंग की ट्रेनिंग नहीं ली थी। अनुराधा ने खुद एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने क्लासिकल सिंगिंग की बहुत कोशिश की, लेकिन उनसे ये हुआ नहीं।
कई अवॉर्ड किए अपने नाम :
अनुराधा पौडवाल को फिल्म ‘आशिकी’, ‘दिल है कि मानता नहीं’ और ‘बेटा’ के लिए तीन फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले। उन्हें अगला लता मंगेशकर कहा जाने लगा था। यहां तक कि म्यूजिक कंपोजर ओपी नैयर ने कहा था- लता अब खत्म, अनुराधा ने उन्हें रिप्लेस कर दिया है। अनुराधा लता मंगेशकर की बहुत बड़ी फैन हैं। यहां तक कि वो अपनी सिंगिंग की प्रैक्टिस भी लता जी को सुनते हुए ही करती थीं।