हिंदुस्तान की कसम से की फिल्म की शुरुआत
इस फिल्म में अमजद खान ने बाल कलाकार की भूमिका निभायी। वर्ष 1965 में अपनी होम प्रोडक्शन मे बनने वाली फिल्म …पत्थर के सनम …के जरिये अमजद खान बतौर अभिनेता अपने करियर की शुरूआत करने वाले थे लेकिन किसी कारण से फिल्म का निर्माण नही हो सका। सत्तर के दशक मे अमजद खान ने मुंबई से अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद बतौर अभिनेता काम करने के लिये फिल्म इंडस्ट्री का रूख किया। वर्ष 1973 में बतौर अभिनेता उन्होंने फिल्म ..हिंदुस्तान की कसम ..से अपने करियर की शुरूआत की लेकिन इस फिल्म से दर्शको के बीच वह अपनी पहचान नहीं बना सके। इसी दौरान अमजद खान को थियेटर में अभिनय करते देखकर पटकथा लेखक सलीम खान ने अमजद खान से शोले में गब्बर सिंह के किरदार को निभाने की पेशकश की जिसे अमजद खान ने स्वीकार कर लिया।
गब्बर के लिए पहले डैनी का नाम प्रस्तावित था
फिल्म ..शोले.. के किरदार गब्बर सिंह ने अमजद खान को फिल्म इंडस्ट्री में सशक्त पहचान दिलायी लेकिन फिल्म के निर्माण के समय गब्बर सिंह की भूमिका के लिये पहले डैनी का नाम प्रस्तावित था। फिल्म ..शोले ..के निर्माण के समय गब्बर सिंह वाली भूमिका डैनी को दी गयी थी लेकिन उन्होंने उस समय धर्मात्मा में काम करने की वजह से शोले में काम करने से लिये इंकार कर दिया।सलीम खान की सिफारिश पर मिला गब्बर का रोल
शोले के कहानीकार सलीम खान की सिफारिश पर रमेश सिप्पी ने अमजद खान को गब्बर सिंह का किरदार निभाने का अवसर दिया। जब सलीम खान ने अमजद खान से फिल्म…शोले…में गब्बर सिंह का किरदार निभाने को कहा तो पहले तो अमजद खान घबरा से गये लेकिन बाद में उन्होंने इसे एक चैलेंज के रूप में लिया और चंबल के डाकुओं पर बनी किताब .अभिशप्त चंबल.. का बारीकी से अध्य्यन करना शुरू किया। बाद में जब फिल्म ..शोले ..प्रदर्शित हुयी तो अमजद खान का निभाया किरदार ..गब्बर सिंह ..दर्शको में इस कदर लोकप्रिय हुआ कि लोग गाहे बगाहे उनकी आवाज और चाल ढ़ाल की नकल करने लगे।विमान हादसे में जा सकती थी अमजद खान की जान
बताया जाता है कि जब फिल्म शोले की शूटिंग शुरू हुई तो अमजद खान को मुंबई से बैंगलौर पहुँचना था। वह फ्लाइट लेकर बैंगलौर के निकले। अभी फ्लाइट ने उड़ान भरी ही थी कि पता चला विमान में कुछ तकनीकी खराबी आ गयी है। इसके बाद किसी तरह विमान को रास्ते में ही किसी एअरपोर्ट पर उतार लिया गया। कुछ चार-पांच घंटो के बाद विमान की तकनीकी खराबी ठीक कर ली गई। लेकिन यात्रियों ने इसमें यात्रा करने से मना कर दिया। अमजद खान को किसी भी तरह बैंगलौर पहुंचना था।अमजद खान ने विमान में यात्रा का फैसला किया और शूटिंग पर पहुंचे। फिल्म ..शोले की सफलता से अमजद खान के सिने कैरियर में जबरदस्त बदलाव आया और वह खलनायकी की दुनिया के बेताज बादशाह बन गये। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नही देखा और अपने दमदार अभिनय से दर्शको की वाहवाही लूटने लगे।