बिग बी ने अपनी गलती का एहसास होने पर माफी मांगते हुए लिखा- ***** कल T- 3617 पर जो कविता छपी थी, उसके लेखक बाबूजी नहीं है। वो गलत था। उसकी रचना कवि प्रसून जोशी ने की है। इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं।”
दरअसल अमिताभ बच्चन ने बुधवार को कविता शेयर की थी। जिसके बोल हैं, “अकेलेपन का बल पहचान, शब्द कहां जो तुझ को टोके, हाथ कहां जो तुझ को रोके ,राह वही है दिशा वही है तू करे जिधर प्रस्थान, अकेलेपन का बल पहचान, जब तू चाहे तब मुस्काए ,जब चाहे तब अश्रु बहाए , राग वही तू जिसमें गाना चाहे अपना गान, अकेलेपन का बल पहचान।”
इस कविता को शेयर करते हुए बिग बी ने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन को क्रेडिट दिया था। लेकिन जब उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ। तो उन्होंने माफी मांग ली और लिखा कि उसके लेखक बाबूजी नहीं थे उसकी रचना कवि प्रसून जोशी ने की थी। फिर उन्होंने दूसरी कविता शेयर की जिसमें लिखा है।
विजय तेरी हो जाए तेरी, ज्योति सी जला जला, भुजा भुजा फड़क फड़क, रक्त में धड़क धड़क, धनुष उठा प्रहार कर, तू सबसे पहले वार कर, अग्नि सा धधक धधक, हिरण सा सजग सजग, सिंह सी दहाड़ कर , शंक सी पुकार कर, रुके ना तू है थके ना तू , झुके ना तू थमे ना तू , सदा चले रुके ना तू, रुके ना तूू झुुकेे ना तू।”