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9 साल तक दिए ऑडिशन, सभी के सुने ताने, जाने गंगूबाई के ‘प्यार’ की स्ट्रगल स्टोरी

आप सभी ने आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की हिट फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ (Gangubai Kathiawadi) तो अब तक देख ही ली होगी. फिल्म में गंगूबाई को कपड़े सिलने वाले एक लड़के अफसान से प्यार हो जाता है. दोनों साथ में कई रोमांटिक पल बिताते हैं, लेकिन उस एक्टर ने इस फिल्म तक का सफर कैसे तय किया आज हम आपको बताएंगे.

Mar 10, 2022 / 01:51 pm

Vandana Saini

9 साल तक दिए ऑडिशन, सभी के सुने ताने, जाने गंगूबाई के ‘प्यार’ की स्ट्रगल स्टोरी

इन दिनों बॉलीवुड आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की हिट फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ (Gangubai Kathiawadi) को लेकर चारों तरफ छाई हुई है. आलिया की इस फिल्म ने 100 करोड़ पार कर लिए हैं. वैसे तो शायद आप लोगों ने भी इस फिल्म को अब तक देख तो लिया होगा. अगर नहीं तो देख लीजिए.. काफी अच्छी है. फिल्म में आलिया भट्ट एक दंबग लेड़ी के तौर पर नजर आ रही हैं. इसी फिल्म में आलिया भट्ट के किरदार यानी गंगूबाई को कपड़े सिलने वाले एक लड़के अफसान यानी शांतनु माहेश्वरी (Shantanu Maheshwari) से प्यार हो जाता है.
फिल्म में दोनों के कई रोमांटिक सीन भी आते हैं. खास कर जब दोनों साथ में गंगू की नई गाड़ी में घूमने जाते हैं, लेकिन क्या आपको पता है फिल्म में अफसान का किरदार निभाने वाले शांतनु माहेश्वरी ने काफी मुश्किलों का सामना करने के बाद इस इस फिल्म में एंट्री मारी है. फिल्म में आलिया भट्ट का लव इंट्रेस्ट प्ले करने वाले शांतनु महेश्वरी टीवी इंडस्ट्री के जाने माने एक्टर हैं. साथ ही वो एक बेहतरीन डांसर भी हैं. शांतनु कई रिएलिटी शो का हिस्सा भी रह चुके हैं. टीवी के एक छोटे से शो से अपने करियर की शुरूआत करने वाले शांतनु ने करीबन 9 साल कर फिल्मों में आने के लिए ऑडिशन दिए हैं.
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इसके बाद शांतनु को एक लंबे इंतजार के बाद फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ काम करने का मौका मिला. अपने इस सफर के बारे में बात करते हुए शांतनु ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि ‘मैंने अपने करियर के लिए ये फैसला लिया है कि कभी भी पूरी तरह से टीवी छोड़कर फिल्मों में नहीं जाऊंगा, क्योंकि मैं जानता हूं ये कितना मुश्किल होता है. मुझे तो फिल्म इंडस्ट्री के प्रोसेस का अंदाजा ही नहीं है. मैं टीवी को अच्छे से जानता हूं, तो इसे छोड़ने वाला नहीं हूं’.
शांतनु कहते आगे हैं कि ‘हां… ये बात सच है कि टीवी एक्टर्स लेबल किए जाते हैं लेकिन वो भी बदल रहा है. ओटीटी ने इस गैप को थोड़ा कम किया है’. 9 साल तक दिए ऑडिशन के बारे में बात करते हुए शांतनु बताते हैं कि ‘जब मैं ऑडिशन में जाता था, तो लोग कहते थे कि आप टीवी जैसी एक्टिंग कर रहे हैं. हालांकि मुझे ये सेंस नहीं समझ आता था, क्योंकि एक्टिंग तो एक्टिंग होती है. चाहे वो कोई भी मीडियम में हो. या तो मैं सही कर रहा हूं या तो गलत, लेकिन ये टीवी और फिल्म जैसे एक्टिंग का टैग नहीं समझ पाता हूं’.
शांतनु बताते हैं कि ‘मैं जबरदस्ती ऑडिशन के लिए नहीं जाता था, पहले मैं उन्हें इंफॉर्म कर जाता था कि टीवी से हूं. वरना कोई सेंस नहीं बनता है. रिजेक्शन तो वैसे बहुत होते रहे हैं. कई ब्रेकडाउन मोमंट्स रहे हैं, लेकिन मैंने कभी हिम्मत नहीं हारी थी. मेरे परिवार का लगातार सपोर्ट रहा है. उन्होंने कभी मुझे टूटने नहीं दिया. ऐसा लगता था कि आप एक बड़े शो का हिस्सा रहे हैं. आपने डांस में देश को रिप्रेजेंट किया है फिर भी क्यों चीजें नहीं बन पा रही हैं. मैं तो बहुत पहले ऑडिशन दे रहा हूं. मैं नौ साल से ऑडिशन दे रहा हूं. मुझे तो याद भी नहीं कि कितने फिल्मों के लिए ऑडिशन दे चुका हूं’.
साथ ही शांतनु ने अपने आगे के फ्यूचर के बारे में बात करते हुए बताया कि ‘मैंने कभी सोचा नहीं था कि मुझे संजय लीला भंसाली सर के साथ काम करने का मौका मिलेगा. मुझे तो असिस्टेंट बनना पड़े तो मैं उसके लिए भी तैयार हो जाऊं, क्योंकि यहां से मेरी फिल्मी जर्नी शुरू हुई है. मैं तो दोबारा काम करना चाहूंगा. इसके अलावा मैं बस ख्वाहिश कर सकता हूं. मैं हर तरह के डायरेक्टर के साथ करना चाहता हूं. मेरी यही कोशिश रहेगी कि अच्छी कहानी का हिस्सा बनूं और चैलेंजिंग रोल्स करूंगा. मैं न्यूकमर डायरेक्टर संग भी काम करने को रेडी हूं’.
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