‘पृथ्वीराज चौहान राजपूत नहीं, गुर्जर राजा थे’, रिलीज से पहले ही विवादों में घिरी Akshay Kumar की फिल्म
फैंस अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की फिल्म ‘पृथ्वीराज’ के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन रिलीज से पहले ही फिल्म विवादों में फंसती नजर आ रही है. फिल्म को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ते नजर आ रहे हैं.
रिलीज से पहले ही विवादों में घिरी Akshay Kumar की फिल्म ‘पृथ्वीराज’
अक्षय कुमार (Akshay Kumar) जल्द ही अपकमिंग फिल्म ‘पृथ्वीराज’ (Prithivraj) में नजर आने वाले हैं, जिनको लेकर वो सुर्खियों में बने हुए हैं. अक्षय कुमार की ये फिल्म अगले महीने 3 जून को रिलीज होने वाली हैं. फिल्म में अक्षय कुमार के अलावा संजय दत्त, सोनू सूद, आशुतोष राणा और मानव विज मुख्य भूमिकाओं में नजर आने वाले हैं. वहीं जब से फिल्म के पोस्टर और ट्रेलर रिलीज हुए हैं, तब से फैंस उनकी इस फिल्म के रिलीज होने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अपने रिलीज से पहले खिलाड़ी कुमार की ये फिल्म विवादों में फंसती नजर आ रही है.
कुछ समय पहले फिल्म के नाम को लेकर एक न्यूज एंकर ने सोशल मीडिया पर काफी बवाल किया था. इसके बाद फिल्म के अहम किरदार यानी ‘पृथ्वीराज चौहान’ को लेकर बवाल मचा हुआ है. जी हां, अपनी रिलीज से पहले ही देश के आखिरी हिंदू सम्राट पर आधारित इस फिल्म पर गुर्जर समाज के एक संगठन ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. इस संगठन का दावा है कि 12वीं सदी के सम्राट पृथ्वीराज चौहान (Prithivraj Chauhan) राजपूत नहीं बल्कि एक गुर्जर राजा थे. साथ ही संगठन ने मांग की है कि फिल्म में पृथ्वीराज चौहान को एक गुर्जर राजा के तौर पर दिखाया जाए.
पृथ्वीराज चौहान का सम्राज्य उत्तर भारत और राजस्थान में फैला हुआ था. साथ ही उनके राज्य की राजधानी अजमेर थी. वहीं अब फिल्म के रिलीज से पहले अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा की ओर से दावा किया जा रहा है कि पृथ्वीराज चौहान एक गुर्जर राजा थे. साथ ही महासभा के आचार्य वीरेंद्र विक्रम ने ये भी दावा किया है कि पृथ्वीराज रासो के भाग 1 में पृथ्वीराज चौहान के पिता सोमेश्वर को एक गुर्जर राजा थे. उन्होंने इस बारे में बात करते हुए बताया कि ‘ऐसे कई ऐतिहासिक तथ्य मौजूद हैं जो इस बात को साफ करते हैं कि पृथ्वीराज एक गुर्जर थे और इन्हीं तथ्यों के आधार पर फिल्म के मेकर्स से हमारी मांग है’.
फिल्म के लेकर आचार्य वीरेंद्र विक्रम का कहना है कि ‘पृथ्वीराज को फिल्म में राजपूत नहीं बल्कि एक गुर्जर राजा के तौर पर दिखाया जाए’. साथ ही गुर्जर महासभा के राज्य अध्यक्ष मनीष भारगद ने कहा कि ‘फिल्म के प्रड्यूसर ने महासभा को पिछले सार ही आश्वस्त किया था कि फिल्म में हमारे समाज के खिलाफ कुछ भी नहीं दिखाया जाएगा. अब जैसा कि फिल्म रिलीज होने जा रही है तो हम अपनी मांग एक बार फिर रखते हैं कि पृथ्वीराज चौहान को एक गुर्जर राजा के तौर पर दिखाया जाए’. वहीं राजपूत समाज की तरफ से इस मामले में अभी तक कोई रिऐक्शन नहीं आया है.