ऐश्वर्या ने इंटरव्यू के दौरान बताया था, ‘उस समय मेरे सितारे बुलंदी पर थे और मुझे अच्छी फिल्मों के ऑफर मिल रहे थे। जब मैं उन फिल्मों के ऑफर रिजेक्ट करती तो डायरेक्टर मुस्कुरा कर कहते थे, हां हम आपको Architect बनते देखना चाहते हैं।
ऐश ने आगे कहा, ‘जब डायरेक्टर शेखर कपूर फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ बना रहे थे तब मेरी मुलाकात उनसे हुई थी। उन्होंने मुझसे कहा कि मेरे पास भी अकाउंट्स की डिग्री है लेकिन मैं फिल्में बना रहा हूं। शायद अगले पांच साल में तुम आर्किटेक्ट बन जाओगी लेकिन तुम आर्किटेक्ट बनने के लिए नहीं हो। इसके अलावा यश चोपड़ा ने भी हंसकर मुझे कहा था कि ठीक है, तुम मेरी फिल्मों के ऑफर रिजेक्ट करो। ऐश ने कहा कि ये सभी इंडस्ट्री में सीनियर लोग हैं और शायद जानते थे कि मैं इसी के लिए बनी हूं।’
ऐश ने कहा, ‘ मैं फिल्मों में काम करने के लिए तैयार नहीं थी। मैं पढ़ाई में अच्छी थी और मैं उसे छोड़ने के बारे में सोच भी नहीं सकती थी, इसलिए मैंने फिल्में करने से इंकार किया। मेरे परिवार में कोई भी इंडस्ट्री से ताल्लुक नहीं रखता। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मैंने फिल्मों में आने का फैसला किया, अगर मैंने यह फैसला नहीं किया होता तो मैं मिस वर्ल्ड का खिताब भी नहीं जीतती।’