Bigg boss 13: सिद्धार्थ और शहनाज़ के प्यार के बाद पिता का आया बयान, चैनल पर उठाए सवाल
विज्ञापन बनाने वाले शैलेंद्र सिंह ने कहा है कि वो अपने ब्रांड को पूरी तरह से सेफ रखना चाहते हैं। वो ऐसे किसी भी एक्टर को नहीं लेते हैं जिनका किसी कॉंट्रोवर्सी से नाता हो। उन्होंने कहा कि जब भी ऐसी बातें सामने आती हैं तो या तो एक्ट्रेस का कॉन्ट्रैक्ट कैंसिल किया जाता है या फिर वो विज्ञापन दिखाया ही नहीं जाता। वहीं फिल्म क्रिटिक इंदर मोहन पन्नू ने भी दीपिका (Deepika Padukone JNU) का जेएनयू जाना सही नहीं माना है। उन्होंने कहा- दीपिका बहुत बड़ी स्टार हैं, इसमें कहीं दो राय नहीं, लेकिन देश को तोड़ने वाली विचारधारा का समर्थन करना फैंस को रास नहीं आया। इंदर ने ये भी कहा कि आमतौर पर कोई भी ब्रांड नॉन कंट्रोवर्शियल एक्टर-एक्ट्रेस को ही साइन करते हैं ताकि उनके फॉलोअर्स उनको सपोर्ट करें ना कि उनके प्रोडक्ट को नुकसान पहुंचे।
दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) के करीबी भी अब उनके जेएनयू जाने वाले मुद्दे में उऩके समर्थन में नहीं दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि दीपिका जेएनयू में छात्रों से मिलने और शांतिपूर्वक चल रहे प्रोटेस्ट में शामिल हुई थीं। हालांकि इसका काफी बुरा असर देखने को मिल रहा है। वहीं कुछ दीपिका की तारीफ भी कर रहे हैं। लेकिन दीपिका से जुड़ी हर चीज़ का विरोध लगातार किया जा रहा है। जिसमें उनके द्वारा किए जा रहे विज्ञापन भी शामिल हैं। दीपिका अपने ऐड्स (Deepika Padukone Brands) से सालाना 100 करोड़ से भी ज्यादा की कमाई करती हैं। ऐसे में कंपनियों से करार टूटने पर उनका भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। इससे पहले साल 2015 में आमिर खान के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था जब उन्होंने इनटॉलेरेंस पर स्टेटमेंट दे दिया था। इसके बाद उन्हें कई ब्रांड्स से हटा दिया गया था, यहां तक कि उनके साथ कई कॉन्ट्रैक्ट रद्द भी कर दिए गए थे।