रानी और आदित्य की पहली मुलाकात
रानी मुखर्जी से उस दौरान मिले जब उनका कॅरियर ग्राफ कुछ ठीक नहीं चल रहा था। एक इंटरव्यू के दौरान रानी ने कहा था, ‘मेरी फिल्में फ्लॉप होती जा रही थीं, लेकिन उसी दौरान किस्मत से ‘मुझसे दोस्ती करोगे’ आॅफर हुई। इसी फिल्म के सिलसिले में मैं पहली बार आदित्य से मिली। हालांकि ये मुलाकात बिल्कुल प्रोफेशनल थी। उन्होंने मुझसे कहा कि मेरी फिल्में नहीं चल रही हैं और लोगों ने उनसे ये भी कहा है कि रानी को अपनी फिल्म में मत लो, लेकिन आदित्य को मेरे टैलेंट पर भरोसा था। फिल्म के उस किरदार के लिए मैं उनको परफेक्ट लगी और उन्होंने मुझे साइन कर लिया।’
आदित्य बचपन से हैं इस बीमारी का शिकार
आदित्य चोपड़ा अक्सर कैमरे से भागते हैं। कहा जाता है कि वह शाय फील करते हैं लेकिन दरअसल बात कुछ और है। कहा जाता है कि बचपन में उन्हें एंटी सोशल पर्सनैलिटी डिसआॅर्डर था। वह टीनएज के दौरान भी इस बीमारी से जूझते रहे। लेकिन बड़े होने के बाद उन्होंने अपनी इस बीमारी पर जीत हासिल की और अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। आदित्य चोपड़ा कैमरे से भागते नहीं है, बस तस्वीरें क्लिक नहीं करवाना चाहते।
18 साल की उम्र में शुरु हुआ था आदित्य का फिल्मी सफर आदित्य चोपड़ा ने 18 साल की उम्र में ही बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने पिता यश चोपड़ा के साथ चांदनी, लम्हे और डर में असिस्ट के तौर पर काम किया। आपको जानकर हैरानी होगी की हिट फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के सारे डायलॉग आदित्य चोपड़ा ने ही लिखे थे।
‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ थी आदित्य के कॅरियर की पहली फिल्म
23 साल की उम्र में उन्होंने पहली फिल्म का निर्देशन किया था। ये फिल्म थी ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’।
इन स्टार्स को रातों-रात बनाया सुपरस्टार
क्या आप जानते हैं आदित्य ने ही रणवीर सिंह , परिणीति चोपड़ा , अनुष्का शर्मा , अर्जुन कपूर और वाणी कपूर को यशराज फिल्म्स के बैनर तले ही डेब्यू करवाया था। आज ये सभी स्टार्स हिट स्टार्स की लिस्ट में शामिल हैं।