80-90 के दशक में अपनी बोल्डनेस का जलवा दिखाने वाली मंदाकिनी का नाम कभी भी सफल अभिनेत्रियों की लिस्ट में शुमार नहीं हो पाया। मंदाकिनी ने साल 1985 में फिल्म ‘मेरा साथी’ से डेब्यू किया था। कहा जाता है कि एक्टर और डायरेक्टर राज कपूर ने पहली बार मंदाकिनी को देखा था। उस वक्त मंदाकिनी 22 साल की थी। राज कपूर ने ही ‘राम तेरी गंगा मैली’ में कास्ट करने से पहले यस्मिन से बदलकर मंदाकिनी नाम कर दिया था।
यह भी पढ़ें शक्ति कपूर को दर्जी बनाना चाहते थे उनके पिता, जानें उनसे जुड़ी ये रोचक बातें इस फिल्म में मंदाकिनी ने जबरदस्त बोल्ड सीन दिए थे खासतौर पर झरने के नीचे वाला सीन। इस सीन में मंदाकिनी केवल सफेद रंग की साड़ी पहनी हुई थी जिसमें उन्हें झरने के नीचे खड़े होना था। इस सीन को राज कपूर ने सेंसर बोर्ड में कैसे पास कराया इसके बारे में लोगों को आज भी जानकारी नहीं है।
मंदाकिनी ने अपने फिल्मी करियर में ‘आग और शोला’, ‘अपने अपने’, ‘प्यार करके देखो’, ‘हवालात’, ‘नया कानून’, ‘दुश्मन’ जैसी फिल्मों में काम किया है। मंदाकिनी आखिरी बार साल 1996 में फिल्म ‘जोरदार’ में नजर आई थीं।
यह भी पढ़ें लगता है अब हम दोयम दर्जे के नागरिक हैं- जब खुद को शाहरुख से कम समझने लगे थे अमिताभ साल 1994 में दाऊद इब्राहिम के साथ मंदाकिनी की एक वीडियो वायरल हुआ। मंदाकिनी को 1994-95 में दुबई शारजाह में भारत-पाकिस्तान के क्रिकेट मैच के दौरान अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ देखा गया। दोनों की फोटो और कई कहानियों ने सुर्खियां भी बटोरीं। लेकिन मंदाकिनी ने हमेशा इस बात को खारिज किया।
मंदाकिनी का करियर 1996 में आई फिल्म जोरदार के साथ खत्म हो गया। कहा ये भी गया कि दाऊद के चलते ही कई फिल्मों में मंदाकिनी को लिया गया। बदनामी हुई तो काम मिलना कम हो गया। हालांकि मंदाकिनी ने हमेशा दाऊद संग रिश्ते से इनकार ही किया।
इसके बाद मेकर्स ने मंदाकिनी को अपनी फिल्मों में लेने से मना कर दिया। 1993 मुबंई ब्लास्ट के मास्टर माइंड रहे दाऊद इब्राहिम के साथ देखे जाने पर लोगों ने भी मंदाकिनी का विरोध किया। इन सब के बाद मंदाकिनी ने हमेशा के लिए फिल्मों से दूरी बना ली।