सारांश
जैसा हमने आपको बताया कि अनुपम खेर ने फिल्म ‘सारांश’ ( Saaransh Anupam Debut Film ) से अपना फिल्मी करियर की शुरूआत की थी। मात्र 28 साल की उम्र में एक बूढ़े इंसान का रोल करना अपने में ही एक बड़ी बात है। बूढ़े व्यक्ति के व्यक्तित्व को समझने और खुद में ढालने के लिए उन्होंने खूब मेहनत की। इस फिल्म को महेश भट्ट ( Director Mahesh Bhatt ) ने डायरेक्ट किया था। मुंबई केवल हीरो का सपना लिए आए लोगों की इस सोच को अनुपम ने अपनी एक्टिंग से क्षण भर में खत्म कर दिया था।
मैंने गांधी को नहीं मारा
इन 36 सालों में अनुपम की फेवरेट मूवी ( Anupam Favourite Movie ) के बारें में बात करें तो वह है ‘मैंने गांधी को नहीं मारा’ ( Maine Gandhi Ko Nahin Mara ) इस फिल्म में वह एक ऐसे किरदार को निभाते हुए नज़र आए। जिसे हमेशा लगता था उसने ही महात्मा गांधी की हत्या की है। इस फिल्म में उनके बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड्स का स्पेशल ज्यूरी अवॉर्ड ( National Award Jury ) से सम्मानित किया गया था।
दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे
DDLJ वैसे तो कई रिकॉर्ड बना चुकी है। सालों बाद भी यह फिल्म दर्शकों की मोस्ट फेवरेट ( Most Favourite ) लिस्ट में आती है। फिल्म में अनुपम खेर भी मुख्य भूमिका में नज़र आए थे। फिल्म में वह राहुल उर्फ शाहरुख खान ( Shahrukh Khan ) के पिता के रोल में दिखाई दिए थे। इस फिल्म में वह NRI कूल डेड ( NRI Cool Dad ) की भूमिका में नज़र आए थे।
कर्मा
अनुपम खेर वैसे तो अधिकतर बाप,भाई और दोस्त के किरदार में ज्यादा दिखाई दिए। लेकिन उनके द्वार निभाए गए कुछ विलेन ( Anupam Villan Role ) के किरदार भी खूब फेमस हैं। इस फिल्म में वह डॉ.माइकल डैंग का किरदार निभाते हुए दिखाई दिए थे। फिल्म में उनके साथ दिलीप कुमार ( Dilip Kumar ) भी अहम भूमिका में नज़र आए थे।
डैडी
एक्ट्रेस पूजा भट्ट ( Pooja Bhatt Debut ) की डेब्यू फिल्म ‘डैडी’ ( Daddy ) में अनुपम एक पिता के रोल को निभाते हुए बड़े पर्दे पर दिखाई दिए। यह फिल्म एक बेटी और बाप के खूबसूरत रिश्तें पर आधारित थी। फिल्म में अनुपम की एक्टिंग ने लोगों की आंखो को नम कर दिया था। इस फिल्म के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्डस का स्पेशल ज्यूरी अवॉर्ड ( National Special Jury Award ) से भी नवाजा गया था।
खोसला का घोंसला
इस फिल्म में मिडिल क्लास ( Middle Class ) के एक व्यक्ति के रोल को निभाते हुए अनुपम खेर ( Anupam Kher ) दिखाई दिए थे। जो पूरी जिंदगी की जमा पूंजी को प्रॉपर्टी ( Property ) खरीदने में लगा देता है और फिर एक दिन खुराना नाम का व्यक्ति उनकी सारी प्रॉपर्टी को हड़प लेता है। फिल्म में कॉमेडी की जरिए एक मिडिल क्लास का स्ट्रगल भरी जिंदगी को दिखाया गया है कि कैसे वह इन मामले से खुद को बाहर निकलते हैं।
ए वेडनसडे
गंभीर मुद्दे पर बनी फिल्म ‘ए वेडनसडे’ ( A Wednesday) में अनुपम खेर एक पुलिस कमिश्नर ( Police Commissioner ) की भूमिका में नज़र आए थे। वह फिल्म में ऐसे शख्स की तलाश में होते हैं जो शहर को तबाह करने में जुटा होता है। वह बॉम्ब के जरिए सबको खत्म करने की कोशिश करता है। फिल्म में पुलिस की भूमिका में अनुपम को दर्शकों की तरफ से खूब प्यार मिला।