आपको जानकर हैरानी होगी कि लता जी ने लगभग 30 से ज्यादा भाषाओं में फ़िल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने गाये हैं लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है। लता की जादुई आवाज़ के दीवाने भारत के साथ-साथ पूरे विश्वभर में है।
लता के जन्मदिन से पहले हम आपको बताने जा रहे हैं उनके जीवन से जुडी कुछ रोचक बातें..
– लता मंगेशकर को गायिकी के लिए अपने पिता से इंस्प्रेशन मिली थी। लता के पिता पंडित दीनानाथ मंगेशकर ( Deenanath Mangeshkar ) भी एक सिंगर थे। वे क्लासिकल सिंगिंग करते थे। लता मंगेशकर अपने भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। उनकी तीन बहनें मीना, आशा, उषा और भाई का नाम हृदयनाथ है। – लता मंगेशकर का नाम शुरू से ही ‘लता’ नहीं था उनके बचपन का नाम ‘हेमा’ था। वहीं, उनके पिता ने बाद में नाम बदल कर ‘लता’ रख दिया। बताया जाता है कि उन्होंने अपने थिएटर के एक पात्र ‘लतिका’ के नाम पर ये नाम रखा था।
– लता ने संगीत की शिक्षा बहुत ही कम उम्र में शुरू कर दी थी। महज 5 वर्ष की उम्र में लता अपने पिता से संगीत की शिक्षा लेने लग गईं थीं। लता ने संगीत की शिक्षा लेने के बाद स्कूल में भी संगीत सिखाने लग गईं थीं।
– साल 1945 में लता जी अपने भाई बहनो के साथ Mumbai आ गयी और उन्होंने उस्ताद अमानत अली खान से क्लासिकल गायन की शिक्षा ली। एक साल बाद वर्ष 1946 में उन्होंने Hindi Film ‘आपकी सेवा में’ में ‘पा लागूं कर जोरी’ गीत गाया।
– लता मंगेशकर बड़े-बड़े पुरस्कारों से नवाजा गया है। इन्हीं में से एक है ‘भारत रत्न अवार्ड’… भारत रत्न ( Bharat Ratan Award ) से उन्हें 2001 मे सम्मानित किया गया था। लता जी पद्म भूषण, पद्म दादा साहब फाल्के अवार्ड, और पद्म विभूषण से भी सम्मानित हो चुकी हैं।