Yoga vs Gym For Fitness In hindi
सेहतमंद रहने के लिए जब याेग या जिमिंग में किसी एक का चुनाव करना हाे ताे यह बात यह बात जानने की जरूरत है कि इनके फायदे क्या हैं। हैल्थ विशेषज्ञाें के अनुसार योग का अभ्यास मन, शरीर और आत्मा को फायदा पहुंचाता है, जबकि जिम में कसरत करना शरीर काे मस्कूलर बनाने में फायदेमंद है।जिमिंग हमें भारी मांसपेशियों और टोंड बॉडी प्रदान करता है।जबकि योग केवल फिटनेस और दुबला-पतला शरीर रखने के लिए है। जिमिंग आपको मस्कूलर दिखने में मदद करता है। जबकि याेग मानसिक शांति और एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है।
सेहतमंद रहने के लिए जब याेग या जिमिंग में किसी एक का चुनाव करना हाे ताे यह बात यह बात जानने की जरूरत है कि इनके फायदे क्या हैं। हैल्थ विशेषज्ञाें के अनुसार योग का अभ्यास मन, शरीर और आत्मा को फायदा पहुंचाता है, जबकि जिम में कसरत करना शरीर काे मस्कूलर बनाने में फायदेमंद है।जिमिंग हमें भारी मांसपेशियों और टोंड बॉडी प्रदान करता है।जबकि योग केवल फिटनेस और दुबला-पतला शरीर रखने के लिए है। जिमिंग आपको मस्कूलर दिखने में मदद करता है। जबकि याेग मानसिक शांति और एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है।
योग मन, शरीर और आत्मा में ऊर्जा का संचार करता है ( Yoga Is Better For Body and Soul )
योग आपके शरीर को टोन करने में मदद करने के साथ-साथ मन, शरीर और आत्मा को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। जिम वर्कआउट मुख्य रूप से आपके शरीर की शारीरिक स्थिति को बेहतर बनाने पर केंद्रित है।
योग आपके शरीर को- बाहरी और आंतरिक ताैर पर फायदा पहुंचाता है ( Yoga Better For Internal Energy )
योगाभ्यास के जरिए आप अपने शरीर काे अधिक लचीला बना सकते हैं। यह शरीर को डिटॉक्स करने का एक शानदार तरीका है और आपके कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को बेहतर बना सकता है। जबकि जिम की कसरत सिर्फ मांसपेशियों को मजबूत करने और कार्डियो को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
योगाभ्यास के जरिए आप अपने शरीर काे अधिक लचीला बना सकते हैं। यह शरीर को डिटॉक्स करने का एक शानदार तरीका है और आपके कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को बेहतर बना सकता है। जबकि जिम की कसरत सिर्फ मांसपेशियों को मजबूत करने और कार्डियो को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
योग आत्मविश्वास जागाता है ( Yoga To Increase Self Confidence )
योग आपको के अंदर आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक है। याेग आपकाे यह समझाने में मददगार है कि आपकी ताकत क्या हैं और कमजाेरी क्या हैं।सही मायनाें में योग आत्म-सुधार के बारे में नहीं है,बल्कि आत्म-स्वीकृति के बारे में है।याेग की अपेक्षा जिम में मिली असफलता आपके मनाेबल पर बुरा प्रभाव छाेड़ती है।
योग आपको के अंदर आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक है। याेग आपकाे यह समझाने में मददगार है कि आपकी ताकत क्या हैं और कमजाेरी क्या हैं।सही मायनाें में योग आत्म-सुधार के बारे में नहीं है,बल्कि आत्म-स्वीकृति के बारे में है।याेग की अपेक्षा जिम में मिली असफलता आपके मनाेबल पर बुरा प्रभाव छाेड़ती है।
योग ध्यान केंद्रित करने का बड़ा साधन ( Yoga To Increase Concentration )
याेग ध्यान केंद्रित करने में बेहद मददगार है। याेग के नियमित अभ्यास से आप अपनी सांसाें के उतार-चढ़ाव, गति आदि काे भी आसानी से महसूस कर सकते है।जबकि जिमिंग के दाैरान आपका फोकस केवल बाहरी शरीर पर हाेता है।
याेग ध्यान केंद्रित करने में बेहद मददगार है। याेग के नियमित अभ्यास से आप अपनी सांसाें के उतार-चढ़ाव, गति आदि काे भी आसानी से महसूस कर सकते है।जबकि जिमिंग के दाैरान आपका फोकस केवल बाहरी शरीर पर हाेता है।
योग में शरीर के वजन का प्रयाेग ( Power Yoga )
योग आपके अपने शरीर पर निर्भर करता है क्याेंकि इसके सभी अभ्यासाें में आप अपने शरीर के वजन का ही इस्तेमाल करते है। इनके लिए आपकाे किसी भी तरफ के भारी-भरकम उपकरणाें की आवश्यकता नहीं हाेती है। विभिन्न आसनों के माध्यम से, आपके पूरे शरीर के वजन को ‘वजन’ के रूप में उपयोग करके आपका पूरा शरीर टोंड और मजबूत हो जाता है।
योग आपके अपने शरीर पर निर्भर करता है क्याेंकि इसके सभी अभ्यासाें में आप अपने शरीर के वजन का ही इस्तेमाल करते है। इनके लिए आपकाे किसी भी तरफ के भारी-भरकम उपकरणाें की आवश्यकता नहीं हाेती है। विभिन्न आसनों के माध्यम से, आपके पूरे शरीर के वजन को ‘वजन’ के रूप में उपयोग करके आपका पूरा शरीर टोंड और मजबूत हो जाता है।
योग शरीर का लम्बे समय तक फिट रखता है ( Yoga To Stay Young Forever )
याेग अभ्यास से आप लम्बी उम्र में भी फिट बने रह सकते हैं। जबकि जिमिंग करने वालाें को अक्सर बड़ी उम्र में जाेड़ दर्द और बदन दर्द की शिकायत रहती है। यह भी देखा जाता कि कसरत छाेड़ने के बाद लाेगाें का शरीर की बनावट बिगड़ जाती है,जबकि याेग में इस तरह की काेई समस्या नहीं हाेती।क्याेंकि जिमिंग की अपेक्षा योग धीरे-धीरे मांसपेशियों को फैलाता है और उनमें लम्बे समय तक ऊर्जा बनाए रखता है। इसमें किसी प्रकार की चाेट लगने का खतरा भी नहीं रहता है।
याेग अभ्यास से आप लम्बी उम्र में भी फिट बने रह सकते हैं। जबकि जिमिंग करने वालाें को अक्सर बड़ी उम्र में जाेड़ दर्द और बदन दर्द की शिकायत रहती है। यह भी देखा जाता कि कसरत छाेड़ने के बाद लाेगाें का शरीर की बनावट बिगड़ जाती है,जबकि याेग में इस तरह की काेई समस्या नहीं हाेती।क्याेंकि जिमिंग की अपेक्षा योग धीरे-धीरे मांसपेशियों को फैलाता है और उनमें लम्बे समय तक ऊर्जा बनाए रखता है। इसमें किसी प्रकार की चाेट लगने का खतरा भी नहीं रहता है।