हृदय रोग जैसे की अनियमित धड़कन और सूजन आदि को दूर करने के साथ अर्जुन की छाल स्ट्रोक के खतरे को भी कम करती है। इसके लिए अर्जुन की छाल और जंगली प्याज का समान मात्रा चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को आधा चम्मच की मात्रा में रोज दूध के साथ लेने से हृदय रोगी को फायदा मिलता है।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को दूर करने में अर्जुन की छाल काफी फायदेमंद है। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करके लिपिड ट्राइग्लिसराइड का स्तर भी घटाती हैं। इसके सेवन से रक्त प्रवाह का अवरोध दूर होता है। इसके लिए आपको एक चम्मच अर्जुन की छाल का पाउडर दो गिलास पानी में उबाले आैर आधा रह जाने पर सुबह-शाम खाली पेट पिएं।
अर्जुन की छाल का बारीक पाउडर, ताजे हरे अडूसे के पत्तों के रस में मिलाकर इसे फिर से सुखा लें। ऐसा सात बार करें। इस चूर्ण में शहद मिलाकर खाने से खांसी में राहत मिलती है।
त्वचा की कई समस्याओं को खत्म करने में अर्जुन की छाल का असर प्रभावशाली होता है। अर्जुन वृक्ष की छाल, बदाम, हल्दी और कपूर की एक समान मात्रा को पीस कर उबटन की तरह चेहरे पर लगाने से चेहरे के सारे रिंकल्स चले जाते हैं और चेहरे में निखार आता है।
अर्जुन की छाल से बना हुआ काढ़ा पीने से पेशाब की रुकावट दूर होती है। इसके लिए छाल को पीसकर दो कप पानी में उबालें जब जब पानी आधा रह जाए तो इसे ठंडा होने के बाद रोगी को पिलाएं। दिन में एक बार पिलाने से यह पेशाब की रुकावट को दूर कर देता है।