मिनरल ऑयल खतरनाक –
चेहरे को साफ करने वाले उत्पादों में मिनरल ऑइल का खूब प्रयोग किया जाता है। यह त्वचा के रोम छिद्रों को बंद करके उन्हें चौड़ा कर देता है। कृत्रिम रंग भी ब्यूटी उत्पादों और हेअर डाई में काफी इस्तेमाल किया जाता है। इनमें मौजूद रसायनों से स्किन इंफेक्शन हो सकता है। तेज महक के लिए प्रयोग किए जाने वाले 95 प्रतिशत डियो या परफ्यूम पेट्रोलियम से बनाए जाते हैं जो शरीर को एलर्जी, कैंसर और नर्व सिस्टम से संबंधित समस्याओं का कारण हो सकते हैं। इस लिए कोशिश करें कि कृत्रिम ब्यूटी प्रोडक्ट कम से कम इस्तेमाल करें।
क्या करें: नेचुरल चीजें नीम, तुलसी, मुल्तानी मिट्टी आदि का प्रयोग करें।
प्लास्टिक से बनाएं दूरी –
प्लास्टिक की थैलियों और बोतलों का प्रयोग हम धड़ल्ले से करते हैं। प्लास्टिक बोतलों में पाया जाने वाला पैथालेट रसायन कैंसर की आशंका को बढ़ा देता है। यह कैमिकल उस समय और भी ज्यादा प्रभावी हो जाता है जब पानी से भरी बोतल धूप में रखी हो। इन बोतलों में पाया जाने वाला बीपीए रसायन पुरुषों के शुक्राणुओं पर बुरा असर डाल सकता है।
क्या करें: कागज से बने थैलों का प्रयोग करें। प्लास्टिक की जगह स्टील की बोतलों का प्रयोग करें।
ज्यादा सफाई ठीक नहीं –
साबुन, फ्लोर और टॉयलेट क्लीनर में ऐसे खतरनाक रसायन पाए जाते हैं जो लंबे समय तक शारीरिक और मानसिक समस्याओं का कारण बनते हैं। हम सफाई के लिए जितने ज्यादा कैमिकल प्रयोग में लाते हैं, शरीर और पर्यावरण को उतना ही ज्यादा खतरा बढ़ता है।
क्या करें: नियमित साफ-सफाई करें ऐसा करने से धूल, मिट्टी या गंदगी जमा नहीं होगी और इन कैमिकल्स की जरूरत नहीं पड़ेगी।
सोच-समझकर खाएं –
हम खानपान को थोड़ा मैनेज कर लें तो कई बीमारियों से बच सकते हैं। बाजार दर्जनों तरह के प्रिजर्वेटिव फूड, फास्ट फूड और रसायनों से पके फल, हार्मोन डालकर उगाई गई सब्जियां और जहरीले पानी से भरा पड़ा है।
क्या करें: साफ पानी की सब्जियां और ऑर्गेनिक फूड काम में लें।