धीरे—धीरे शुरू करें गुब्बारा फुलाना
यहां ये ध्यान देने की बात है कि आपको इस एक्सरसाइज को धीरे—धीरे शुरू करना होगा। एकदम से बहुत ज्यादा गुब्बारे फुलाने से आप परेशानी में आ सकते हैं। पहले कुछ ही गुब्बारे फुलाएं और उसके बाद धीरे—धीरे इन गुब्बारों की संख्या बढ़ाए। यदि आप घुटनों पर बैठकर या एक्सराइज बॉल पर बैठकर गुब्बारे फुलाते हैं, तो इससे मिलता है ज्यादा फायदा।
यहां ये ध्यान देने की बात है कि आपको इस एक्सरसाइज को धीरे—धीरे शुरू करना होगा। एकदम से बहुत ज्यादा गुब्बारे फुलाने से आप परेशानी में आ सकते हैं। पहले कुछ ही गुब्बारे फुलाएं और उसके बाद धीरे—धीरे इन गुब्बारों की संख्या बढ़ाए। यदि आप घुटनों पर बैठकर या एक्सराइज बॉल पर बैठकर गुब्बारे फुलाते हैं, तो इससे मिलता है ज्यादा फायदा।
क्यों जरूरी है फेफड़ों की सेहत
फेफड़े हमारे शरीर में ऑक्सीजन का संचार करते हैं, लेकिन बढ़ते पॉल्यूशन के कारण फेफड़ों की सेहत प्रभावित होती है। वहीं इसमें वायरस, बैक्टीरिया और फंगस विकसित होने का खतरा भी बना रहता है, इस स्थिति में फेफड़ों की एक्सराइज बहुत ज्यादा जरूरी है।
फेफड़े हमारे शरीर में ऑक्सीजन का संचार करते हैं, लेकिन बढ़ते पॉल्यूशन के कारण फेफड़ों की सेहत प्रभावित होती है। वहीं इसमें वायरस, बैक्टीरिया और फंगस विकसित होने का खतरा भी बना रहता है, इस स्थिति में फेफड़ों की एक्सराइज बहुत ज्यादा जरूरी है।
क्या कहते हैं चिकित्सक
विशेषज्ञों के मुताबिक उम्र के बढ़ने के साथ ही फेफड़ों में फाइब्रोसिस, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज अस्थमा जैसी स्थितियां उत्पन्न होने की संभवनाएं रहती है। ऐसे में फेफड़ों को स्वस्थ रखना जरूरी है, एक्सरसाइज इसका एक बेहतर विकल्प हो सकता है। यह पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन के लिए बेहद उपयोगी हो सकता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक उम्र के बढ़ने के साथ ही फेफड़ों में फाइब्रोसिस, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज अस्थमा जैसी स्थितियां उत्पन्न होने की संभवनाएं रहती है। ऐसे में फेफड़ों को स्वस्थ रखना जरूरी है, एक्सरसाइज इसका एक बेहतर विकल्प हो सकता है। यह पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन के लिए बेहद उपयोगी हो सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।