READ MORE : जिस स्मार्ट कार्ड पर सरकार ने लूटी वाहवाही, उस कार्ड में पैसा ही नहीं जानकारी के अनुसार जिले में 4 लाख 66 हजार स्मार्ट कार्ड बनाए गए हैं। इसमें से 98 हजार 585 कार्ड में बैलेंस नहीं हैं। इस मामले में जानकारी लेने के लिए प्रमुख सचिव सुब्रत साहू से उनके मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
स्थानीय स्तर पर नहीं हो पा रहा समाधान : इस तहर के कई मुद्दों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का रवैया बेहद उदासीन है। अव्वल तो वे खुद होकर इस पर संज्ञान नहीं लेते। मामले से अनजान बनने की कोशिश करते हैं। इस पर यदि उन्हें समस्या बताई भी जाए तो वे समाधान के बजाय टालने की कोशिश अधिक करते हैं।
ये भी है गड़बड़ी : कार्ड में नाम गलत है। फोटो किसी और का है, अंगूठे का निशान नहीं मिल रहा। एक कार्ड में एक ही व्यक्ति का नाम दिख रहा। जबकि पूरे परिवार का नाम शो करना चाहिए।
संबंधित अस्पताल को किया जाएगा कॉल : जिसके स्मार्ट कार्ड में बेलेंस नहीं है। उसके इलाज कराने की जिम्मेदारी हमारी है। अगर मरीज किसी अस्पताल में भर्ती है, तो हमें आकर सूचना दें, मरीज का इलाज करने के लिए संबंधित अस्पताल को कॉल किया जाएगा। इस काम का प्रभार गिरीश दुबे को दिया गया है।
बीबी बोर्डे, सीएमएचओ
स्थानीय स्तर पर नहीं हो पा रहा समाधान : इस तहर के कई मुद्दों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का रवैया बेहद उदासीन है। अव्वल तो वे खुद होकर इस पर संज्ञान नहीं लेते। मामले से अनजान बनने की कोशिश करते हैं। इस पर यदि उन्हें समस्या बताई भी जाए तो वे समाधान के बजाय टालने की कोशिश अधिक करते हैं।
ये भी है गड़बड़ी : कार्ड में नाम गलत है। फोटो किसी और का है, अंगूठे का निशान नहीं मिल रहा। एक कार्ड में एक ही व्यक्ति का नाम दिख रहा। जबकि पूरे परिवार का नाम शो करना चाहिए।
संबंधित अस्पताल को किया जाएगा कॉल : जिसके स्मार्ट कार्ड में बेलेंस नहीं है। उसके इलाज कराने की जिम्मेदारी हमारी है। अगर मरीज किसी अस्पताल में भर्ती है, तो हमें आकर सूचना दें, मरीज का इलाज करने के लिए संबंधित अस्पताल को कॉल किया जाएगा। इस काम का प्रभार गिरीश दुबे को दिया गया है।
बीबी बोर्डे, सीएमएचओ