ज्योतिषाचार्यों के अनुसार जून में सूर्यदेव अपने रौद्र रूप में होंगे। इस बीच पड़ने वाली एकादशी का व्रत पानी की महत्ता को बताएगा और जल संरक्षण का संदेश देगा। मान्यताओं के अनुसार यह महीना दान-पुण्य एवं धार्मिक कार्यों के लिए बहुत शुभ माना जाता है। ज्येष्ठ संवत्सर महीनों में तीसरा और सबसे ताकतवर महीना माना जाता है। इस महीने सूर्य शक्तिशाली व अधिक ऊर्जावान रहता है, इसलिए पूरे महीने में पृथ्वी बहुत गर्म रहती है, साथ ही इस महीने का संबंध जल से भी है।
Vrat Tyohar List in June 2024: ज्येष्ठ मास: मंगलवार का विशेष महत्व
ज्येष्ठ मास में मंगलवार का विशेष महत्व है। इस माह पड़ने वाले प्रत्येक मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है। ज्येष्ठ मास में ये 4, 11, 18 और 25 जून को पड़ने जा रहे हैं। इस दिन हनुमान की पूजा-अर्चना से सभी दु:ख और कष्ट दूर होते हैं। घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मंगलवार के स्वामी रामदूत हनुमान हैं, इसलिए हर मंगलवार को रामभक्त हनुमान की पूजा होती है। Vrat Tyohar List in June 2024: पड़ेंगे ये व्रत-त्योहार
4 जून को प्रदोष व्रत
6 जून को वट सावित्री व्रत, शनि जयंती
9 जून को महाराणा प्रताप, छत्रसाल जयंती
10 जून को चतुर्थी व्रत
15 जून को महेश नवमी
16 जून को गंगा दशहरा
17 जून को निर्जला एकादशी
18 जून को रानी लक्ष्मीबाई बलिदान दिवस
22 जून को स्नान पूर्णिमा, संत कबीरदास जयंती
Vrat Tyohar List in June 2024: वट वृक्ष में माना जाता भगवान का वास
ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को वट सावित्री का व्रत रखा जाएगा। मान्यता है कि वट वृक्ष में भगवान विष्णु, ब्रह्मा और शिव का वास होता है। वट वृक्ष की पूजा करने से पति की अकाल मृत्यु का खतरा टल जाता है। इस दिन दान करना भी उत्तम माना जाता है।
इस महीने में कई तीज-त्योहारों के साथ शनि जयंती व ईद भी मनेगी
> जून माह कई मायनों में खास है। शनिवार से शुरू हो रहे जून में कई प्रमुख तीज-त्योहार आने वाले हैं। सबसे खास 4 जून की तारीख होगी। > इस दिन देश को नया प्रधानमंत्री मिलने के साथ ही शहर को नया सांसद मिलेगा। > भगवान शनिदेव का जन्मोत्सव की धूम अभी से शुरू हो चुकी है, जो 6 जून तक रहेगी। 16 जून को फादर्स डे पर पिता के महत्व पर बात होगी।
> माहेश्वरी समाज महेश नवमी मनाएगा। सिख समाज गुरु अर्जुनदेव की पुण्यतिथि और गुरु हरगोविंद जयंती मनाएगा। मुस्लिम समाज ईद-उल-अजहा का पर्व मनाएगा। > लंबे समय से तप रहे शहर को राहत मिलेगी, क्योंकि 3 जून से नौतपा समाप्त होगा।
Vrat Tyohar List in June 2024: पांच ग्रहों की युति में शनि प्राकट्य उत्सव
पं. जागेश्वर अवस्थी ने बताया, शनि जन्मोत्सव 6 जून को रोहिणी नक्षत्र ध्रुति योग एवं वृषभ राशि के चंद्रमा की साक्षी में आ रहा है। इस बार अलग-अलग प्रकार के योग-संयोग अमावस्या पर बन रहे हैं। ग्रह गोचर की मान्यता के आधार पर देखें तो इस बार शनि प्राकट्य उत्सव पर केंद्र में पांच ग्रह सूर्य, चंद्र, बुध, गुरु और शुक्र पांच ग्रहों की युति है। शनि का एक अलग ही प्रभाव विशेष योग के अंतर्गत आ रहा है। मालव्य एवं शनि का शश योग केंद्र में है। हालांकि, यह सालों बाद बनती है किंतु इन स्थितियों में धर्म आध्यात्मिक संस्कृति का विशेष प्रभाव रहता है।