नगर निगम द्वारा अमृत मिशन योजना के तहत शहर में पाइप लाइन बिछाने का ठेका मुंबई की इंडियन हृयूम पाइप कंपनी को दिया गया है। कंपनी के मैनेजर एनएस त्रिपाठी पिता निमई त्रिपाठी निवासी बिहार की निगरानी में काम चल रहा है। रविवार को मैनेजर एनएस त्रिपाठी अशोक नगर पानी टंकी के पास आधा दर्जन मजदूरों से पाइप लाइन बिछवा रहे थे। जेसीबी सीजी 07 एन 4830 से आपरेटर रमेश धु्रव पिता दयाराम धु्रव निवासी उसलापुर ने गड्ढा खोदा था। कंपनी के कर्मचारी संदीप पिता गोपी चौधरी निवासी बेतिया जिला बिहार और विजय सर्राठी पिता सेवकराम निवासी विषयपुर सिवनी मध्यप्रदेश जब गड्ढे में पाइप लाइन बिछाने उतरे तो अचानक मिट्टी भसक गई और ये दोनों मजदूर दब गए। लोगों ने संजीवनी 108, डॉयल 112 और सरकंडा पुलिस को जानकारी दी। इस बीच जेसीबी आपरेटर रमेश ने मिट्टी में दबे दोनों मजदूरों को बाहर निकालने के लिए जेसीबी से मिट्टी हटानी शुरू कर दी, जिससे जेसीबी की चपेट में आने से संदीप के सिर में चोट लगी और मौके पर मौत हो गई। जबकि मिट्टी हटाकर दूसरे फंसे मजदूर विजय को निकाल कर सिम्स भेजा गया। जहां शाम को छुट्टी मिल गई।
जेसीबी नहीं चलाते तो बच जाती मजदूर संदीप की जान
मौके पर मौजूद छात्र राहुल सिंह ने बताया कि मिट्टी भसकने के बाद मौके पर मजदूरों और कंपनी के कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया था। विजय पहले मिट्टी के नीचे दबा और उसके ऊपर संदीप था। जेसीबी चालक ने मशीन नहीं चलाई होती तो मजदूर संदीप की जान बच जाती। वहीं 15 मिनट तक मिट्टी में दबे विजय को मिट्टी हटाने के बाद सही सलामत बाहर निकाल लिया गया था।
बिना सुरक्षा उपकरण और बेरिकेड्स लगाए चल रहा था काम
अमृत मिशन योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने के काम भगवान भरोसे चल रहा है। पूरे शहर में सीवरेज की खुदाई के बाद सड़कों में कई बार रेत भरी गई है। इसकी जानकारी पहले से नगर निगम के अधिकारियों को दी। इसके बाद भी रविवार को खोदे गए गड्ढे में खुदाई के बाद मिट्टी भसकने से रोकने के लिए बेरिकेट्स नहीं लगाए गए थे। साथ ही कर्मचारियों को बिना सुरक्षा उपकरण दिए काम पर लगा दिया गया था। बेरिकेट्स नहीं होने के कारण मिट्टी फिर से भसक गई और मजदूर की मौत हो गई।
नहीं थे मौके पर निगम के अधिकारी, घटना के बाद पहुंचे थाने
इधर अमृत मिशन योजना के तहत चल रहे पाइप लाइन बिछाने के काम की मानटरिंग करने के लिए मौके पर नगर निगम का एक भी अधिकारी मौजूद नहीं था। नियमानुसार नगर निगम के एक अधिकारी को पाइप लाइप बिछाते समय मौके पर मौजूद होना जरूरी है, ताकि सुरक्षा मानकों और सही तरीके से पाइप लाइन बिछाई जा सके। दुर्घटना के बाद अमृत मिशन योजना के प्रभारी व सहायक अभियंता सुरेश बरूवा और अनुपम तिवारी थाने पहुंचे। दिनभर दोनों अधिकारी मामले में कार्रवाई नहीं करने को लेकर अधिकारियों से सांठगांठ का प्रयास करते रहे।
लापरवाही की सजा मिलनी चाहिए, घटना की जांच जरूरी-शैलेष
बिलासपुर.अमृत मिशन में मजदूर की मौत पर नगर विधायक शैलेष पांडे ने कहा कि निगम द्वारा सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की जाती है। इस लापरवाही से ना जाने कितने लोगों की जानें जा चुकी हैं। फिर भी निगम प्रशासन कोई भी सबक नहीं ले रहा है। इन घटनाओं को देखकर लग रहा है कि निगम की लापरवाही से लगातार मौतें हो रही है और केवल लोगों की जान लेने के लिए ही बनाया है। अब भी सीवरेज के जितने भी कार्य शहर में किए जा रहे हैं। उसमें भी सुरक्षा की बेहद कमी देखने मिल रही है। विधायक ने कहा कि सुरक्षा को लेकर निगम के अधिकारियों से कई बार कहा गया है। रविवार की यह घटना बेहद दुखद है। विधायक ने कहा कि वे मृतक मजदूर के परिवार के साथ खड़े हैं और उसे हर मदद की जाएगी। घटना की जांच की जाएगी।
एफआईआर दर्ज करने में भी लीपापोती
रविवार रात करीब 8 बजे सरकंडा पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों के खिलाफ धारा 304 ( ए), 337 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज की है। इसमें पुलिस ने इंडियन हृयूम पाइप कंपनी के ठेकेदार पंकज सिंह ,सुपरवाइजर प्रदीप सूर्यवंशी और जेसीबी चालक के रूप में रामलाल कनोजिया का नाम दर्ज किया है। घटना स्थल पर कंपनी का ठेकेदार पंकज सिंह उपस्थित नहीं था। मौके से पुलिस ने कंपनी के मैनेजर एनएस त्रिपाठी और जेसीबी चालक रमेश धु्रव को पकडऩे के बाद थाना ले गई थी। सरकंडा पुलिस ने जेसीबी चालक रमेश की जगह दूसरे व्यक्ति रामलाल का दर्ज किया गया। मौके पर मौजूद मैनेजर एनएस त्रिपाठी का नाम एफआईआर में दर्ज ही नहीं किया।
&घटना के बाद ठेकेदार, सुपरवाइजर और जेसीबी चालक के खिलाफ नामजद एफआईआर की गई है। निगम व कंपनी के कर्मचारियों द्वारा बजाए गए नाम के आधार पर एफआईआर हुई है। जेसीबी चालक दूसरा व्यक्ति था तो उसके खिलाफ भी एफआईआर होगी। जांच में दोषी पाए जाने पर कंपनी के कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
संतोष जैन, थाना प्रभारी सरकंडा
जेसीबी नहीं चलाते तो बच जाती मजदूर संदीप की जान
मौके पर मौजूद छात्र राहुल सिंह ने बताया कि मिट्टी भसकने के बाद मौके पर मजदूरों और कंपनी के कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया था। विजय पहले मिट्टी के नीचे दबा और उसके ऊपर संदीप था। जेसीबी चालक ने मशीन नहीं चलाई होती तो मजदूर संदीप की जान बच जाती। वहीं 15 मिनट तक मिट्टी में दबे विजय को मिट्टी हटाने के बाद सही सलामत बाहर निकाल लिया गया था।
बिना सुरक्षा उपकरण और बेरिकेड्स लगाए चल रहा था काम
अमृत मिशन योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने के काम भगवान भरोसे चल रहा है। पूरे शहर में सीवरेज की खुदाई के बाद सड़कों में कई बार रेत भरी गई है। इसकी जानकारी पहले से नगर निगम के अधिकारियों को दी। इसके बाद भी रविवार को खोदे गए गड्ढे में खुदाई के बाद मिट्टी भसकने से रोकने के लिए बेरिकेट्स नहीं लगाए गए थे। साथ ही कर्मचारियों को बिना सुरक्षा उपकरण दिए काम पर लगा दिया गया था। बेरिकेट्स नहीं होने के कारण मिट्टी फिर से भसक गई और मजदूर की मौत हो गई।
नहीं थे मौके पर निगम के अधिकारी, घटना के बाद पहुंचे थाने
इधर अमृत मिशन योजना के तहत चल रहे पाइप लाइन बिछाने के काम की मानटरिंग करने के लिए मौके पर नगर निगम का एक भी अधिकारी मौजूद नहीं था। नियमानुसार नगर निगम के एक अधिकारी को पाइप लाइप बिछाते समय मौके पर मौजूद होना जरूरी है, ताकि सुरक्षा मानकों और सही तरीके से पाइप लाइन बिछाई जा सके। दुर्घटना के बाद अमृत मिशन योजना के प्रभारी व सहायक अभियंता सुरेश बरूवा और अनुपम तिवारी थाने पहुंचे। दिनभर दोनों अधिकारी मामले में कार्रवाई नहीं करने को लेकर अधिकारियों से सांठगांठ का प्रयास करते रहे।
लापरवाही की सजा मिलनी चाहिए, घटना की जांच जरूरी-शैलेष
बिलासपुर.अमृत मिशन में मजदूर की मौत पर नगर विधायक शैलेष पांडे ने कहा कि निगम द्वारा सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की जाती है। इस लापरवाही से ना जाने कितने लोगों की जानें जा चुकी हैं। फिर भी निगम प्रशासन कोई भी सबक नहीं ले रहा है। इन घटनाओं को देखकर लग रहा है कि निगम की लापरवाही से लगातार मौतें हो रही है और केवल लोगों की जान लेने के लिए ही बनाया है। अब भी सीवरेज के जितने भी कार्य शहर में किए जा रहे हैं। उसमें भी सुरक्षा की बेहद कमी देखने मिल रही है। विधायक ने कहा कि सुरक्षा को लेकर निगम के अधिकारियों से कई बार कहा गया है। रविवार की यह घटना बेहद दुखद है। विधायक ने कहा कि वे मृतक मजदूर के परिवार के साथ खड़े हैं और उसे हर मदद की जाएगी। घटना की जांच की जाएगी।
एफआईआर दर्ज करने में भी लीपापोती
रविवार रात करीब 8 बजे सरकंडा पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों के खिलाफ धारा 304 ( ए), 337 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज की है। इसमें पुलिस ने इंडियन हृयूम पाइप कंपनी के ठेकेदार पंकज सिंह ,सुपरवाइजर प्रदीप सूर्यवंशी और जेसीबी चालक के रूप में रामलाल कनोजिया का नाम दर्ज किया है। घटना स्थल पर कंपनी का ठेकेदार पंकज सिंह उपस्थित नहीं था। मौके से पुलिस ने कंपनी के मैनेजर एनएस त्रिपाठी और जेसीबी चालक रमेश धु्रव को पकडऩे के बाद थाना ले गई थी। सरकंडा पुलिस ने जेसीबी चालक रमेश की जगह दूसरे व्यक्ति रामलाल का दर्ज किया गया। मौके पर मौजूद मैनेजर एनएस त्रिपाठी का नाम एफआईआर में दर्ज ही नहीं किया।
&घटना के बाद ठेकेदार, सुपरवाइजर और जेसीबी चालक के खिलाफ नामजद एफआईआर की गई है। निगम व कंपनी के कर्मचारियों द्वारा बजाए गए नाम के आधार पर एफआईआर हुई है। जेसीबी चालक दूसरा व्यक्ति था तो उसके खिलाफ भी एफआईआर होगी। जांच में दोषी पाए जाने पर कंपनी के कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
संतोष जैन, थाना प्रभारी सरकंडा