यह भी पढें : अमेरिका तक फैला है ऑनलाइन सट्टे का नेटवर्क, 200 करोड़ है कारोबार, शिकंजा कसने के लिए ED ने बनाया ये प्लान ज्योतिषाचार्य पं. जागेश्वर अवस्थी के अनुसार इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन तिथि, नक्षत्र एवं वार का संयोग ऐसा बना रहा है, जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के समय बना था, लेकिन कुंडली में ग्रहों की स्थिति कृष्ण जन्म के समान नहीं है।
यह भी पढें : कब सुधरेगी सरकारी व्यवस्था ….आधा महीना निकलने के बाद भी ठीक नहीं हुआ सर्वर, 70 लाख लोगों को नहीं मिला राशन फिर भी इस दिन जन्म लेने वाले बच्चे बुद्धिमान और ज्ञानी होंगे तथा आर्थिक मामलों में संपन्न एवं कूटनीतिज्ञ होंगे। 6 सितंबर को सर्वार्थ सिद्धि योग, रोहिणी नक्षत्र तथा उच्च के चंद्रमा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
यह भी पढें : जादू-टोना का शक… सोए हुए पति को उतारा मौत के घाट, जान बचाकर भागी पत्नी भाद्रपद मास में भगवान श्रीकृष्ण व उनके भाई बलराम की पूजा का खास महत्व है। इसी क्रम में हल छठ भाद्र मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाएगी। इस बार हल षष्ठी व्रत महिलाएं 5 सितंबर मंगलवार को पुत्र की दीर्घायु व संपन्नता के लिए रखेंगी। ज्योतिषाचार्य अवस्थी के अनुसार षष्ठी तिथि बलराम प्रधान शास्त्र हल तथा मूसल की है।
यह भी पढें : मंगेतर को छोड़ने जा रहे युवक को प्रेमी जोड़ा समझकर जमकर पीटा, फिर.. दो आरोपी गिरफ्तार इसी कारण से इसे हलदार षष्ठी तिथि कहा जाता है। इस व्रत में महिलाएं प्रति पुत्र के हिसाब से 6 छोटे-छोटे मिट्टी के बर्तनों में पांच या सात भुने हुए अनाज तथा मेवा भरती हैं। भाद्रपद कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि शुरुआत 4 सितंबर शाम 4:40 बजे से शुरू होकर 5 सितंबर दोपहर 3.40 बजे तक रहेगी। उदया तिथि को देखते हुए हलछठ 5 सितंबर को मनाई जाएगी।
यह भी पढें : पैसा दो और सरकारी नौकरी पाओ.. ऐसी बातों में आकर जनपद सदस्य के बेटे ने गंवाए 18.50 लाख रुपए पूजा का शुभ मुहूर्त भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का शुभ मुहूर्त 6 सितंबर की मध्य रात्रि 12.02 बजे से मध्य रात्रि 12.48 बजे तक रहेगा। जन्माष्टमी के लिए शहरवासी अपने घरों में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां प्रारंभ कर दी है। यादव समाज 7 सितम्बर को इमलीपारा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाएगा अष्टमी ।
यह भी पढें : ये चोरी करना पड़ गया भारी… दो युवकों की हो गई मौत, इस हालत में शव देख लोगों के उड़े होश 6 सितंबर को दोपहर 3.37 बजे से 7 को शाम 4.14 बजे तकभाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 6 सितंबर को दोपहर 3.37 बजे शुरू होगी और 7 सितंबर शाम 4.14 बजे तक रहेगी। इस साल रोहिणी नक्षत्र 6 सितंबर की सुबह 9 बजे से 7 सितंबर की सुबह 10:25 बजे तक रहेगा।
शेषनाग के अवतार हैं बलराम बलराम को हलधर के नाम से भी जाना जाता है। धरती पर धर्म की स्थापना करने जब-जब नारायण ने अवतार लिया तब-तब शेषनाग ने भी जन्म लिया। द्वापर युग में श्रीकृष्ण के बड़े भाई तो त्रेता में भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण के रूप में जन्म लिया।