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उन्होंने बिलासपुर में ही रहकर यूपीएससी की तैयारी की। इसके बाद एक के बाद एक 3 अटेम्प्ट दिए, लेकिन वे यूपीएससी परीक्षा में वे प्री भी नहीं पास कर सके। अभिषेक ने बताया कि 3 बार जब प्री नहीं निकला तो लगा कि अब नहीं हो पाएगा। यहीं पर तैयारी छोड़ देनी चाहिए, लेकिन उन्होंने बताया कि फिर फैमिली व कुछ दोस्तों का सपोर्ट मिला, तो उन्होंने हार नहीं मानने की बात कही। इसके बाद फिर से वह तैयारी में लग गया। चौथे अटेम्प्ट में प्री, मेन और इंटरव्यू भी पास कर लिया और 2023 कैडर का आईपीएस बन गया। अभिषेक अभी हदराबाद में आईपीएस की ट्रेनिंग ले रहे हैं। अभिषेक ने कहा कि यूपीएससी में मेहनत सब करते हैं, लेकिन बहुत हद तक किस्मत भी साथ होना चाहिए। खास बात यह है कि सोमवार को जब भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने कैडर की लिस्ट जारी की है, जिसमें आईपीएस अभिषेक
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चतुर्वेदी को छत्तीसगढ़ कैडर मिला है। यूपीएससी के इंटरव्यू एक्सपर्ट ने सवाल पूछा था कि छग में इकोनॉमी कैसे बढ़ेगी? जवाब में अभिषेक ने बताया कि छग में टूूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं। युवा हाइकिंग और ट्रैकिंग पसंद करते हैं और आजकल के युवा इंफ्युएंसर अच्छे जगहों को एक्सप्लोर कर रहे हैं। इस सभी के माध्यम से प्रमोशन करे तो छग में टूरिज्म बढ़ेगा और इससे इकोनॉमी बढ़ेगी।
आईपीएस अभिषेक के पिता विनय चतुर्वेदी बिलासपुर जीएम ऑफिस में चीफ कंट्रोलर हैं। उन्होंने बताया कि अभिषेक का सपोर्ट हर परिस्थिति में किया। साथ ही कहा कि लाइफ में एक चांस लेना पड़ता है, तो हमने अभिषेक के लिए भी यही सोचा था और उसने अपने आपको साबित भी करके दिखाया है।