बिलासपुर

हैदराबाद,गाजियाबाद,उत्तराखंड एवं हिमाचल की चार कंपनियों की दवाईयों व इंजेक्शन पर प्रतिबंध

केंद्र सरकार ने इन कंपनियों की दवाओं के क्रय-विक्रय,भंडारण पर रोक लगाई, औषधि निरीक्षकों की टीम शहर के मेडिकल काम्पलेक्स के थोक दवा विक्रेताओं की जांच

बिलासपुरApr 06, 2018 / 06:49 pm

Amil Shrivas

बिलासपुर . केंद्र सरकार ने हैदराबाद, गाजियाबाद, उत्तराखंड एवं हिमाचल की दवा बनाने वाली चार कंपनियों के वैक्सीन और इंजेक्शन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन कंपनियों की प्रतिबंधित दवाओं का क्रय-विक्रय एवं भंडारण नहीं करने की हिदायत दी गई है। स्थानीय स्तर पर थोक दवा दुकानों की जांच की जा रही है। प्रतिबंधित दवाओं को नहीं रखने की चेतावनी दी भी दवा विक्रेताओं को दी गई है। औषधि प्रशासन की टीम अब तक दो दर्जन से अधिक खुदरा दवा दुकानों की जांच कर चुकी है। केंद्र सरकार ने पिछले माह चार कंपनियों की कुछ बैच नंबर की दवाओं को अमानक घोषित किया गया है। इस बैच की दवाओं को किसी भी स्तर पर क्रय ,विक्रय और भंडारण नहीं किया जा सकेगा। केंद्र सरकार के प्रतिबंध के बाद राज्य सरकार ने सभी जिले के औषधि प्रशासन विभाग को थोक एवं खुदरा दवा दुकानों की जांच करने के आदेश दिए गए है।
इन पर लगाई गईं रोक
दवा का नाम बैच नंबर निर्माता कंपनी
टिटनेस वैक्सीन टीओएक्स 23 बी मे.ह्यूमन बॉयोलिजिक इंस्ट्टीयूट, हैदराबाद
पेडा टाइप कंजूगेट टाइफायड वैक्सीन टीसीओ 10915 मे.बायोमेड प्रा.लि. गाजियाबाद

पेडा टाइप कंजूगेट टाइफायड वैक्सीन टीसीओ 10417 मे.बायोमेड प्रा.लि. गाजियाबाद
मॉक्सीपैन पीवी 625 टी 17080 डायनेमिक लाइफ साइंस, यूएस नगर, उत्तराखंड
डॉयक्लोफिनाक सोडियम इंजेक्शन आईपी बीआईओ 17291 हेल्थ बॉयोटेक लिमि.सोलन, हिमाचल प्रदेश
मेडिकल काम्पलेक्स में खंगाले: जिला औषधि निरीक्षकों की टीम तेलीपारा के थोक मेडिकल दुकानों में उक्त दवाओं के बैच नंबर को खंगालते रहे। हालांकि किसी भी दुकानों में प्रतिबंधित बैच नंबर की दवाएं अभी तक नहीं मिलीं है। इसके अलावा दो दर्जन से अधिक खुदरा दवा दुकानों की औषधि निरीक्षक सोनम जैन,पीयूष जायसवाल,चंद्रकला ठाकुर ,धर्मवीर ध्रुव शहरी और ग्रामीण इलाके में जांच कर चुके है।
बच्चों को लगती है वैक्सीन, इसलिए सतर्कता जरूरी: इन दवाओं में से टाइफायड वैक्सीन बच्चों को लगाई जाती है ताकि वे टाइफायड जैसी बीमारी से बचे रहें। साथ ही टिटनेस वैक्सीन भी गर्भवती महिलाओं को लगाई जाती है, इसलिए प्रतिबंधित दवाइयों की उपयोग खतरनाक हो सकता है। इसके मद्देनजर विभाग सतर्कता बरत रहा है।
प्रतिबंधित दवाओं की निरंतर जांच
जिन कंपनियों के बैच नंबरों की दवाओं को प्रतिबंधित किया गया है। उन दवाओं की रोकथाम के लिए थोक व खुदरा दुकानों में निरंतर जांच की जा रहीं है। प्रतिबंधित दवाओं का फिलहाल कोई स्टॉक नहीं मिला है।
– राजेश क्षत्री, एडीसी, बिलासपुर

Hindi News / Bilaspur / हैदराबाद,गाजियाबाद,उत्तराखंड एवं हिमाचल की चार कंपनियों की दवाईयों व इंजेक्शन पर प्रतिबंध

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.